देवघर: विकास भवन में समाज कल्याण की बैठक डीपीओ राजीव रंजन सिन्हा की अध्यक्षता में हुई. बैठक में डीपीओ ने मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना का लक्ष्य पूरा नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की.
वित्तीय वर्ष 2013-14 में देवघर को 2250 बच्चियों को लक्ष्मी लाडली योजना से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया था. इसमें 1620 बच्चियों को ही इस योजना से जोड़ा गया है.
इसमें सारठ, मोहनपुर व देवघर ग्रामीण छोड़ शेष प्रखंडों की बुरी स्थिति है. लक्ष्य पूरा नहीं करने पर जिले के 36 आंगनबाड़ी सुपरवाइजर के वेतन पर आठ जनवरी को ही रोक लगा दी गयी है. डीपीओ ने कहा कि फरवरी तक लक्ष्य पूरा करने पर ही सुपरवाइजर का वेतन चालू होगा. बैठक में सदर अस्पताल व पीएचसी में जन्म प्रमाण पत्र मिलने में असुविधा की बातें सामने आयी. डीपीओ ने इस संदर्भ में सीएस से इस प्रक्रिया को सुगम बनाने की बात कही.
22 सेविका व 44 सहायिका का होगा चयन
बैठक में सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि जिले भर में रिक्त पड़े 22 आंगनबाड़ी सेविका व 44 सहायिका का चयन प्रक्रिया 15 फरवरी तक पूरा करें. समाज कल्याण से विकलांग छात्रों को छात्रवृत्ति दिया जायेगा. इसके लिए सेविका सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक से विकलांग छात्रों की सूची विकलांग प्रमाण पत्र के साथ प्राप्त करेगी. बैठक में सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि प्रखंड स्तर पर अनुश्रवण समिति के गठन में रुचि दिखाते हुए अनुमंडल पदाधिकारी से समय लें व जल्द समिति का गठन करायें. बैठक में सीडीपीओ कंचन सिंह व शैलवाला समेत सभी सीडीपीओ व सुपरवाइजर शामिल थी.