सरकार द्वारा जगदीशपुर में अब तक चिकित्सक, एएनएम समेत किसी भी पद की स्वीकृति नहीं दी गयी है. जिस कारण उपस्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने के कारण लोगों को आज भी अनुमंडलीय अस्पताल पर निर्भर रहना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि भवन बनने के बाद आस जगी थी कि स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी. लेकिन भवन ग्रामीणों को मुंह चिढ़ा रही है. स्वास्थ्य सुविधा तो बहाल नहीं हुई. बल्कि उप स्वास्थ्य खुद बीमार बताया जाता है.
अगस्त 2012 में ही उपस्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया था. केंद्र में दो चिकित्सकों समेत 8 कर्मियों के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध है. इसके अलावा पेयजलापूर्ति, बिजली आदि की सुविधा भी भवन में दी गयी है. जगदीशपुर के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से उपस्वास्थ्य केंद्र को चालू कराने की मांग की है.