आयशा ने कहा कि सामाजिक अवदान का शौक बचपन से रहा है. गर्ल्स एजुकेशन को बढ़ावा देने व अपने क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए सिविल सर्विस के क्षेत्र में जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
प्रेरणा स्रोत मां हैं. इस कार्य में मेरे माता-पिता का पूर्ण सहयोग मिल रहा है. परीक्षा के दौरान नियमित रूप से चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थी. आयशा ने 10वीं की परीक्षा रेड रोज प्लस टू स्कूल से वर्ष 2014 में 10 सीजीपीए से उत्तीर्ण की है. इनके पिता अनिल कुमार सिंह प्राइवेट फर्म में कार्यरत हैं व मां अरूणा देवी गृहिणी हैं. कहा कि छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से मन लगाकर पढ़ना चाहिए.