इस कारण कई संस्थाअों ने पूर्व में ही संचालन की जिम्मेवारी से खुद को अलग कर लिया है. इस बात को ध्यान में रखते हुए आपूर्ति विभाग की अोर से चयन प्रक्रिया पूरी करने के लिए कई दफा करौं प्रखंड के लिए आवेदन मांगी गयी. मगर दो साल गुजर जाने के बाद भी केंद्र संचालन के लिए कोई भी संस्था रूचि नहीं दिखा रही है.
इससे आपूर्ति विभाग की परेशानी खड़ी हो गयी है. उल्लेखनीय है कि, सरकारी दस्तावेज पर देवघर जिले में 14 केंद्र संचालित हो रहे हैं. इसके लिए सरकार की आपूर्ति विभाग की अोर से सभी केंद्रों के लिए खाद्यान्न का आवंटन किया जाता है. मगर एक केंद्र के बंद रहने से उसका अनाज विभाग के पास शेष रह जाता है.