देवघर: मोहनपुर अंचल स्थित बंका मौजा की जमीन का एनओसी दिये जाने के मामले में सीबीआइ ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है. बंका मौजा में लगभग 136 एकड़ जमीन की एनओसी तत्कालीन सीओ विरेंद्र कुमार राय के कार्यकाल में दे दी गयी थी. इसके आधार पर जमीन की रजिस्ट्री हो गयी थी. इसकी शिकायत होने पर तत्कालीन एसी लंबोदर झा ने इसकी जांच की थी.
जांच में एसी ने सीओ, सीआइ व हल्का कर्मचारी को दोषी पाया था व डीसी को कार्रवाई के लिए अनुशंसा की थी. एसी की रिपोर्ट पर तत्कालीन डीसी मनीष रंजन ने उक्त जमीन के दाखिल खारिज पर रोक लगा दी थी. सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने इन दिनों जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है कि इस मामले में दोषियों पर क्या कार्रवाई हुई तथा जमीन की वर्तमान स्थिति क्या है. मालूम हो कि देवघर भूमि घोटाला उजागर होने के बाद सीबीआइ कैंप कार्यालय में बंका मौजा के रैयतों ने सीबीआइ अधिकारियों को आवेदन देकर इसकी जांच की मांग की थी. रैयतों ने अपने आवेदन के साथ तत्कालीन एसी की जांच रिपोर्ट भी सीबीआइ अधिकारियों को सौंपी थी. इसके बाद ही सीबीआइ ने इसे अपने जांच के दायरे में लाया.
सीबीआइ को सौंपा गया गोपनीय शाखा के कर्मचारियों की सूची
इधर देवघर भूमि घोटाला मामले में डीसी के गोपनीय शाखा के कर्मचारियों की सूची सीबीआइ को सौंप दी गयी है. सूत्रों के अनुसार गोपनीय प्रभारी द्वारा सीबीआइ इंस्पेक्टर को सूची सौंपी गयी. बताया जाता है कि इसमें पिछले दस वर्षो में गोपनीय शाखा में पदस्थापित कर्मचारियों के कई नाम शामिल हैं. सीबीआइ इंस्पेक्टर ने डेढ़ माह पहले ही डीसी से गोपनीय शाखा के कर्मचारियों की सूची मांगी थी. सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने यह भी पूछा था कि अभिलेखागार चोरी कांड में जिन कर्मचारियों को अभियुक्त बनाया गया है, क्या वे भी कभी गोपनीय शाखा कार्यालय में पदस्थापित थे.