देवघर: गांवों के लक्ष्यात्मक योजना को इस तरीके से तैयार किया जाये कि संबंधित ग्राम में जलकाय का निर्माण एवं आच्छादन ग्राम के जल संरक्षण की आवश्यकता के अनुरूप हो. ताकि योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके. यह बातें सोमवार को समाहरणालय में उपायुक्त राहुल पुरवार ने एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में कही. बैठक में सर्वप्रथम मनरेगा के तहत ग्रामीण विकास विभाग झारखंड द्वारा नामित स्वयं सेवी संस्था बदलाव फाउंडेशन मिहिजाम व जामताड़ा एवं ग्रामोद्योग संस्थान पचम्बा गिरीडीह ने तैयार किये गये कार्य योजना को प्रस्तुत किया.
बदलाव फाउंडेशन मिहिजाम व जामताड़ा द्वारा तैयार किये गये लक्ष्यात्मक योजना की प्रस्तुति के दौरान एमओ के अनुरूप नक्शा व ग्राम सभा की तैयारी नहीं की गयी थी. उपायुक्त ने बदलाव फाउंडेशन जामताड़ा को प्रस्तावित योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए समग्र परियोजना प्रतिवेदन तैयार करने सहित कार्य योजना पूर्ण करने का निर्देश दिया. ग्रामोद्योग संस्थान पचम्बा गिरीडीह द्वारा लक्ष्यात्मक योजना में कमी पायी गयी.
उपायुक्त ने ग्राम सभा से सहमति लेते हुए समग्र परियोजना प्रतिवेदन तैयार करने को कहा. उन्होंने दोनों स्वयं सेवी संस्था को ग्रामीण विकास विभाग झारखंड के अनुसार लक्ष्यात्मक योजना तैयार करने का निर्देश भी दिया. ताकि भविष्य में उस मॉडल पंचायत के अंतर्गत जल संरक्षण एवं जल संचयन की सुविधा उपलब्ध रहे. बैठक में जिला जन संपर्क पदाधिकारी बीके झा सहित स्वयं सेवी संस्था के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे.