लेकिन अब तक नन आइएपी की राशि जिले में प्राप्त नहीं हुई है. योजनाएं अधूरी रहने से ग्रामीण विकास बाधित है. लिफ्ट एरिगेशन अधूरा रहने से इसका लाभ सिंचाई में नहीं हो पा रहा है. सड़क अाधी-अधूरी रह गयी है.
Advertisement
केंद्र की नन आइएपी फंड खत्म, 63 योजनाएं अटकी
देवघर: केंद्र सरकार की बीआरजीएफ के बाद अब नन आइएपी (गैर समेकित योजना) के फंड में ग्रहण लगने जा रहा है. देवघर जिले में नन आएपी का फंड खत्म हो गया है. फंड खत्म होने से स्वीकृत 63 योजनाओं अटक गयी है. इसमें पीसीसी रोड, लिफ्ट एरिगेशन, पुलिया व गार्डवाल आदि है. राशि खत्म होने […]
देवघर: केंद्र सरकार की बीआरजीएफ के बाद अब नन आइएपी (गैर समेकित योजना) के फंड में ग्रहण लगने जा रहा है. देवघर जिले में नन आएपी का फंड खत्म हो गया है. फंड खत्म होने से स्वीकृत 63 योजनाओं अटक गयी है. इसमें पीसीसी रोड, लिफ्ट एरिगेशन, पुलिया व गार्डवाल आदि है. राशि खत्म होने से इन योजनाओं का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. वित्तीय वर्ष 2013-14 व 2014-15 की 63 योजनाएं है. राशि खत्म होने के बाद राज्य सरकार व केंद्र सरकार के पास पंचायतीराज विभाग के माध्यम से अब तक करीब तीन करोड़ रुपये का डिमांड पत्र चार बार भेजा जा चुका है. यह डिमांड पत्र दो वर्षों के दौरान भेजा गया है.
लेकिन अब तक नन आइएपी की राशि जिले में प्राप्त नहीं हुई है. योजनाएं अधूरी रहने से ग्रामीण विकास बाधित है. लिफ्ट एरिगेशन अधूरा रहने से इसका लाभ सिंचाई में नहीं हो पा रहा है. सड़क अाधी-अधूरी रह गयी है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
नन आइएपी का फंड खत्म होने के बाद वित्तीय वर्ष 2013-14 व 2014-15 से अब तक चार बार पंचायतीराज विभाग को पत्र भेजा जा चुका है. बैठक में भी इन मुद्दों को रखा जा चुका है. योजनाओं को पूर्ण करने के लिए एजेंसियों को निर्देश दिया गया है. राशि प्राप्त होने की संभावना है.
– राजीव रंजन सिन्हा, डीपीओ, देवघर
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement