देवघर: 82 गंभीर रूप से बीमार मरीजों को कल्याण विभाग से मिलने वाली चिकित्सा अनुदान राशि स्वास्थ्य विभाग के कारण फंस गयी है. कल्याण विभाग की ओर से दो बार सिविल सजर्न को पत्रचार के माध्यम से कहा गया कि मरीजों की जांच कर चिकित्सा प्रमाण पत्र दिया जाय जिसके बाद विभाग अनुदान राशि निर्गत कर सकें.
आवेदन दिये दो माह बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण मरीजों की बीमारी की जांच नहीं हुई जिसके कारण मरीजों को अनुदान राशि नहीं मिल रही है. एससी के 51, अनुसूचित जनजाति के पांच व पिछड़ी जाति के 26 मरीजों ने चिकित्सा अनुदान राशि के लिये कल्याण विभाग में आवेदन दिया है. आवेदन दिये कई माह बीत गये लेकिन उन्हें बीमारी के इलाज के लिए चिकित्सा अनुदान राशि नहीं मिली है. पैसे के अभाव में मरीज इलाज के लिए हायर सेंटर नहीं जा रहे हैं.
डीसी के आदेश के बाद भी नहीं हुई जांच :16 नवंबर 13 को डीसी राहुल पुरवार ने सिविल सजर्न को पत्र लिख कर कहा कि मरीजों की चिकित्सा जांच कर उसे प्रमाण पत्र निर्गत किया जाय. साथ ही उसकी बीमारी में आनेवाला खर्च का ब्योरा सहित सात दिन के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया लेकिन 20 दिन बीतने बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच नहीं की गयी.