देवघर: धनबाद, रांची, जमशेदपुर आदि जिले में महापंचायत रैली की सफलता के बाद अब आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो की नजर संतालपरगना की सीटों पर है. कांग्रेस, झामुमो, भाजपा, झाविमो के बाद अब आजसू संताल में शक्ति परीक्षण कर रही है. यूं तो श्री महतो ने 2009 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में संतालपरगना में इंट्री कर ली है. उन्होंने लोकसभा की तीन में दो सीट और विधानसभा की 18 में से नौ सीटों पर अपना प्रत्याशी खड़ा किया और पार्टी की पहचान लोगों के बीच ले गये.
आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है. पार्टी सूत्रों की मानें तो पार्टी लगभग हर सीट पर उम्मीदवार खड़ा करेगी. आजसू सुप्रीमो रैली के बहाने संताल से कद्दावर उम्मीदवार चुनने की तैयारी में हैं. कहा जा रहा है कि रैली में जो कद्दावर साबित हो, पार्टी का समर्थन वैसे ही उम्मीदवारों को मिलेगा.
सरकार किसी की भी हो, आजसू की अहम भूमिका
अभी पार्टी के छह विधायक जीते हैं. झारखंड में किसी भी दल की सरकार रही हो, सरकार बनाने में आजसू की अहम भूमिका रही है. आजसू सुप्रीमो सरकार बनाने में हर दल के साथ रह चुके हैं. सभी सरकारों में सुदेश अहम पदों पर रहे. लेकिन उनकी छवि बेदाग रही है. उम्मीदवारों के चयन में आजसू सुप्रीमो युवाओं को अधिक तरजीह देते हैं. यही कारण है कि आजसू पार्टी से संतालपरगना में जितने भी उम्मीदवार चुनाव लड़े, अधिकांश युवा ही हैं. इस तरह आजसू सुप्रीमो हर सीट से युवा नेतृत्व की तलाश में हैं.
गोड्डा लोकसभा चुनाव में मिला 5.25% वोट
संतालपरगना में आजसू की स्थिति की बात करें तो यहां पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है. पार्टी ने तीन लोकसभा सीट में से दो पर उम्मीदवार लड़ाया. दुमका सीट से फटीक चंद्र हेम्ब्रम चुनाव लड़े, उन्हें 1.28} जनता का वोट मिला. इसी तरह गोड्डा लोकसभा चुनाव में राजनारायण खवाड़े चुनाव लड़े, यहां पार्टी को 5.25} वोट मिला. संतालपरगना में सर्वाधिक वोट आजसू को गोड्डा लोकसभा सीट से ही मिला है.
विधानसभा की नौ सीटों पर उपस्थिति
पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में संतालपरगना की 18 में से नौ सीटों पर उम्मीदवार देकर उपस्थिति दर्ज करायी. आजसू ने राजमहल, बोरियो, लिट्टीपाड़ा, नाला, जामताड़ा, जरमुंडी, मधुपुर, गोड्डा व महगामा विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़वाया. हालांकि एक भी सीट आजसू जीत नहीं पायी लेकिन प्रदर्शन बेहतर रहा. नाला के प्रवीण प्रभाकर ने 2.04 % वोट लाकर पांचवें स्थान पर रहे. इसी तरह अन्य सभी उम्मीदवारों को 0.54} से 2.04 प्रतिशत तक वोट प्राप्त किया.
आजसू के प्रचार का हाइटेक तरीका
आजसू ने इस बार महापंचायत के आयोजन के प्रचार का हाइटेक तरीका अपनाया है. पार्टी ने एक निजी प्रचार कंपनी का सहारा लिया है. इस कंपनी में कार्यरत युवक-युवती हर जगह होने वाले कार्यक्रम की जानकारी तमाम मीडिया हाउस को सेल फोन पर दे रहे हैं. उनसे जानकारी ले रहे हैं. साथ ही कवरेज आदि के संबंध में पूछ भी रहे हैं. इसके अलावा महापंचायत के उद्देश्य से भी लोगों को अवगत करा रहे हैं. इस तरह पार्टी चुनाव पूर्व ही तैयारी में सूचना तकनीक का भरपूर उपयोग कर रही है.