मधुपुर: शहर के विभिन्न नन बैकिंग कंपनियों में वर्षों पूर्व जमा राशि की मियाद पूरी होने के बाद भी ग्राहकों को कंपनियां पैसा नहीं लौटा रही है. शहर में तकरीबन 28 नन बैकिंग कंपनियां कार्य कर रही थी. इन कंपनियों ने ग्राहकों से करोड़ों रुपये की राशि फिक्स व आवर्ती जमा रूप में लिये. वर्तमान में हजारों ग्राहकों की मियाद अवधि पूरी हो गयी है.
नन बैंकिंग कंपनियों पर की गयी कार्रवाई के तहत अधिकतर कंपनियों के कार्यालय प्रशासन ने या तो सील कर दिया है या खुद भाग खड़ी हुई है. घटना के संबंध में राजू राम नामक एक जमाकर्ता ने बताया कि ओरियन ने मधुपुर व गिरिडीह में तकरीबन 88 लाख रूपया लेकर चंपत हो गया. राजू राम ने मुख्यमंत्री को एक पत्र देते हुए कहा है कि सलिमुद्वीन अंसारी, मो कमाल, मो परवेज आलम, मो कैशर व मो मंजूर आलम आदि ने ग्राहकों को लालच देकर पैसा जमा कराया व ये लोग फरार हो गये. उन्होंने बताया कि उनके साथ मो अजीमुद्दीन, मो जमाल अंसारी, मो अकबर अंसारी, कमरूद्दीन अंसारी, सलाउद्वीन अंसारी व सुरेश दास आदि ने भी हजारों रूपये जमा किये. लेकिन किसी का पैसा नहीं मिला. आज भी ये लोग अपनी गाढ़ी कमाई वापस पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. वहीं इसी मामले में जामताड़ा में भी निवेशकों ने लिखित शिकायत दी है.
कहते हैं एसडीओ
एसडीओ रामवृक्ष महतो ने कहा कि नन बैकिंग कंपनियों का आंकड़ा व गतिविधि की सूचना जिला प्रशासन को भेजा गया है. वर्तमान में कोई भी नन बैकिंग कंपनी मधुपुर में काम नहीं कर रही है. जिला प्रशासन के निर्देशानुसार कार्रवाई होगी.