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ऊंची बसों की श्रवणी मेले में इंट्री नहीं

देवघर : स्थानीय परिसदन में श्रवणी मेला को लेकर बिहार-झारखंड के पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों के को-ऑर्डिनेशन की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता संताल परगना प्रमंडलीय आयुक्त एल खयांग्ते ने की. इसमें बिहार के भागलपुर प्रमंडलीय आयुक्त आरएल चोंथू समेत कई जिले के डीसी-एसपी व अन्य अधिकारी मौजूद थे. बैठक में दोनों राज्यों के अधिकारियों के […]

देवघर : स्थानीय परिसदन में श्रवणी मेला को लेकर बिहार-झारखंड के पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों के को-ऑर्डिनेशन की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता संताल परगना प्रमंडलीय आयुक्त एल खयांग्ते ने की.
इसमें बिहार के भागलपुर प्रमंडलीय आयुक्त आरएल चोंथू समेत कई जिले के डीसी-एसपी व अन्य अधिकारी मौजूद थे.
बैठक में दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच सहमति बनी कि श्रवणी मेला में आने वाले कांवरियों को हरसंभव सुविधाएं मुहैया करायी जाये, ताकि वे बाबा बैद्यनाथ का सुलभ जलार्पण कर सकें. बिहार के सुलतानगंज से झारखंड के बैद्यनाथधाम व बासुकिनाथधाम तक कांवरियों को कठिनाई नहीं हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाये.
बैठक के पश्चात पत्रकारों को संताल आयुक्त ख्यांग्ते ने बताया कि कांवरियों को हरसंभव सुविधाएंमिलेगी. श्रवणी मेला में दोनों राज्यों की पुलिस-प्रशासन आपस में समन्वय स्थापित कर अच्छी व्यवस्था कर रही है.
पिछले श्रवणी मेला में बिहार अंतर्गत कांवरिया पथ में कांवरियों से भरी बस में करंट से हुई दुर्घटना को ध्यान में रख कर को-ऑर्डिनेशन बैठक में तय हुआ कि दोनों राज्यों की प्रशासन द्वारा श्रवणी मेला में आने वाली बस को प्रमाण-पत्र निर्गत किया जायेगा. ऊंची बसों को परिवहन विभाग द्वारा प्रमाण-पत्र नहीं दिया जायेगा. बिना प्रमाण-पत्र प्राप्त ऊंची बसों की श्रवणी मेले में इंट्री नहीं होने दिया जायेगा. प्रथम इंट्री से हर शिविर में बसों की चेकिंग होगी.
डाक कांवरियों की निर्धारित संख्या की जानकारी हेतु इस बार बिहार सरकार द्वारा सुलतानगंज में नयी तकनीक के सॉफ्टवेयर के तहत रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इससे फर्जी डाकबम पर अंकुश लगेगा. वहीं देवघर जिला प्रशासन द्वारा को-ऑर्डिनेशन बैठक में भागलपुर आयुक्त से आग्रह किया गया कि इस वर्ष श्रवणी मेले के रविवार व सोमवार को डाक कांवरियों का रजिस्ट्रेशन सुलतानगंज में नहीं किया जाय. इस पर दोनों राज्यों के पुलिस-प्रशासन के बीच सहमति बनी. बिहार-झारखंड के सभी जिलों में मेला तैयारी अंतिम चरण में है.
दोनों राज्य की पुलिस-प्रशासन समन्वय स्थापित करने के लिये अपने-अपने जिलादेश को एक्सचेंज करेगी. जिलादेश में एक-दूसरे के अधिकारियों की सूची व मोबाइल नंबर का भी आदान-प्रसाद हो जायेगा. संताल परगना प्रक्षेत्र के डीआइजी देवबिहारी शर्मा ने सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि पिछले मेले की अपेक्षा इस साल की सुरक्षा बंदोबस्त इंप्रूव होगा. समय से अपनी जगह पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. दोनों राज्य के पुलिस अधिकारियों के बीच कोर्डिनेशन रहेगा. किसी भी सूचना का आदान-प्रदान कर संयुक्त अभियान चलायेंगे. नक्सल व विध्वंसक गतिविधियों को भी ध्यान में रख कर पर्याप्त सुरक्षा तैयारी की गयी है. पर्याप्त बल सहित रैफ, सैप, एनडीआरएफ, पारा मिलिट्री व अतिरिक्त जिला बल को डय़ूटी पर लगाया जा रहा है.
पुलिसकर्मियों को डय़ूटी के पूर्व यह ब्रीफिंग की जायेगी कि किसी भी सूरत में उत्तेजित नहीं हों. कांवरियों व श्रद्धालुओंके साथ अच्छा व्यवहार करें ताकि उन्हें कष्ट का एहसास नहीं हो. हर प्वाइंट पर पुलिस को पिछली कमी को दूर कर महत्वपूर्ण भूमिका अदा करना है. को-ऑर्डिनेशन की बैठक में दोनों आयुक्त व संताल डीआइजी शर्मा सहित देवघर डीसी अमीत कुमार, एसपी पी मुरुगन, बांका डीएम साकेत कुमार, एसपी डॉ सत्यप्रकाश, भागलपुर डीएम, भागलपुर के डीएसपी राकेश कुमार,जमुई के एसडीएम विजय कुमार,
बेलहर एसडीपीओ पीयूषकांत, जमुई के डीएसपी मुख्यालय रामनाथ तिवारी, दुमका के डीएसपी मुख्यालय अशोक कुमार सिंह, दुमका एसडीएम सुधीर कुमार, देवघर एसडीएम सुधीर कुमार गुप्ता, तारापुर के एसडीओ-एसडीपीओ, एबी राय, नगर निगम के सीइओ अलोइस लकड़ा, बिजली विभाग व निगम के कार्यपालक अभियंता व डीपीआरओ बीके झा के अलावा अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.

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