देवघर: मनरेगा में काम करने वालों मजदूरों को अब भुगतान के लिए मुखियाजी की दरबारी नहीं करनी होगी. मजदूरों को उनका हक घर बैठे उनके खाते में भेज दी जायेगी. चूंकि मनरेगा का चेक अब मुखिया नहीं काटेंगे. इलेक्ट्रोनिक निधि प्रणाली के तहत बीडीओ व नाजिर के संयुक्त हस्ताक्षर के नमूने से भुगतान राशि ऑन लाइन सीधे मजदूरों के निजी खाते में भेज दी जायेगी.
मनरेगा आयुक्त ने 15 नवंबर तक राज्य भर में यह सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है. इससे पहले 15 सितंबर तक प्रत्येक प्रखंड के एक-एक पंचायत में यह सिस्टम लागू कर देना है. डीसी राहुल पुरवार के निर्देश पर देवघर जिले के दस पंचायतों में यह सिस्टम लागू कर दिया गया है.
इसमें देवघर प्रखंड का गिधनी पंचायत, मोहनपुर प्रखंड के मोरने, सारवां भंडारो, सोनारायठाढ़ी प्रखंड के जरका-वन, देवीपुर प्रखंड के रजपुरा, सारठ प्रखंड के आसनबनी, पालोजोरी प्रखंड के पहरुडीह, मधुपुर प्रखंड के दलहा, करौं प्रखंड के टेकरा व मारगोमुंडा प्रखंड के मुरलीपहाड़ी पंचायत है. इन पंचायतों में अब मुखिया चेक नहीं काट रहे हैं. नवंबर तक जिले के 194 पंचायत में मुखिया द्वारा मनरेगा का चेक काटने पर रोक लग जायेगी.