स्वामी विवेकानंद सार्धशती समारोह में जुटे सभी
देवघर : स्वामी विवेकानंद सार्धशती समारोह समिति के तत्वावधान में ररिवार को आरमित्र प्लस टू स्कूल मैदान में भारत जागो दौड़ का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता आरमित्र स्कूल के पूर्व प्राचार्य श्रीकांत झा ने की.
समिति के जिला प्रचार प्रमुख विशाल देव यादव ने बताया कि, सार्धशती समारोह समिति द्वारा वर्ष भर चलाये जा रहे कार्यक्रमों की कड़ी में भारत जागो दौड़ कार्यक्रम आयोजित किया गया.
समिति के जिला संयोजक सूरज राज ने समिति द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों व आगामी योजनाओं के विषय में लोगों को विस्तार से बताया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के स्वामी उदय महाराज जी ने स्वामी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला.
स्वामी जी के आदर्शो पर चलने की आवश्यकता : सांसद
सांसद श्री दुबे ने कहा कि– स्वामी विवेकानंद जी के बताये हुए रास्तों पर चलने की आवश्यकता है. तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा. वरना चीन, पाकिस्तान व बांग्लादेश हमारे देश को तबाह कर देंगे. दूसरी ओर अमेरिका व जापान हमारे रुपये को भाव देना बंद कर दिये हैं. डॉलर चढ़ता जा रहा है.
बाजार में हर तरफ चाइनीज माल नजर आ रहा है. इसका मतलब साफ है कि देश खोखला होता जा रहा है व देश की ताकतें खोती जा रही है. वर्तमान में रीढ़ विहीन सरकार देश चला रही है. आने वाले दिनों में समस्याएं और बढ़ेंगी. इसके लिए युवाओं को तैयार रहने की आवश्यकता है. यही कारण है कि यविाओं को ध्यानं में रखते हुए आयोजकों ने इस दौड़का आयोजन किया है.
स्वामी जी व सांसद ने हरी झंडी दिखायी
इससे पूर्व कार्यक्रम का उदघाटन आरके मिशन के महाराज उदय व सांसद निशिकांत दुबे, पूर्व विधायक राज पलिवार, सदस्य मधुसुदन मंडल, डॉ युगल किशोर, पार्षद रीता चौरसिया, सूरज राज आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम को सभी लोगों ने संबोधित किया.
इसके बाद स्वामी उदय महाराज व सांसद निशिकांत दुबे ने हरी झंडी दिखा कर दौड़ में शामिल सैकड़ों युवक–युवतियों को आरमित्र मैदान से रवाना किया. इस क्रम में तिवारी चौक पर सभी लोगों ने स्वामीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उसके बाद प्रतिभागी शहर के वीआइपी चौक, बरमसिया चौक, तिवारी चौक, हदहदिया पुल, एआरटी चौक, पोस्टमार्टम हाउस होते हुए वापस आरमित्र स्कूल मैदान पहुंचे.
कार्यक्रम की सफलता में दिया योगदान
इस अवसर पर मधुपुर पर्षद के अध्यक्ष संजय यादव, मनोज सिंह, पन्ना सिंह, मिथिलेश वाजपेयी, रवि कुंजिलवार, संजीव जेजवाड़े, कन्हैया झा, चंद्रशेकर खवाड़े, शेषनाथ राय, युधिष्ठिर राय, नंद कुमार सिंह, अरूण झा, विजया सिंह, जीवेश सिंह, प्रो कमल किशोर सिंह, पंकज पांडेय, शशी कुमार,सुमित पांडेय, राजीव सिंह, मनोज बार्गव, प्रभाकर शांडिल्य, पंकज भादौरिया, अरूण गुटगुटिया, कमलेश रस्तोगी आदि ने योगदान दिया.