देवघर: समाज व गांव के अंतिम व्यक्ति तक वित्तीय व बैंकिंग योजनाओं व वित्तीय जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वनांचल ग्रामीण बैंक(वीजीबी) ने नाबार्ड के सहयोग से देवघर में वित्तीय साक्षरता केंद्र खोला है. इसका विधिवत उदघाटन शुक्रवार को रांची से आये नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक(सीजीएम) कुमुंद चंद्र पांडा ने फीता काट कर किया.
योजनाओं का मिलेगा लाभ : पांडा
सीजीएम श्री पांडा ने कहा कि, वीजबी के द्वारा चलाये गये वित्तीय समावेशन कार्य के बाद भी कई लोग बैंक की पहुंच से दूर हैं. इन्हें खास कर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को फायदा दिलाने के लिए यह केंद्र खोला गया है. इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को वित्तीय सेवा, बचत योजना की जानकारी, प्रशिक्षण सुविधा, फंड ट्रांसफर , सरकार की सब्सिडी योजना की जानकारी मिलेगी. इसके बाद क्षेत्र में कई नई योजनाएं उतारी जायेंगी.
सूचना का सशक्त माध्यम बने : चेयरमैन
बैंक के चेयरमैन बसंत मिश्र ने कहा कि बैंक ने गोड्डा जिले के पहाड़िया बहुल सुदरपहाड़ी प्रखंड को गोद लिया है. ग्राम व पंचायत स्तर पर वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया जायेगा. झारखंड के नौ जिलों में कार्यरत वनांचल ग्रामीण बैंक के द्वारा प्रत्येक जिले में वित्तीय साक्षरता केंद्र खोलने का प्रस्ताव है. पूरे संताल परगना में किसी भी बैंक का यह पहला साक्षरता केंद्र है. देवघर जिले में इसकी शुरुआत हुई है.16 सितंबर को नाबार्ड के सहयोग से गढ़वा में साक्षरता केंद्र का उदघाटन होगा.
ये सभी उपस्थित थे
इस अवसर वीजबी के प्रधान कार्यालय के पदाधिकारी एसके सिंह, रीजनल मैनेजर महेंद्र प्रसाद यादव, केंद्र के इंचार्ज मोहन प्रसाद, कौशलेंद्र सहित दर्जनों बैंककर्मी मौजूद थे.