देवघर : एक निजी संस्थान गुरुकुल को ग्रेन बैंक परिसर में जमीन देने के मामले में पूर्व एसडीओ राम नारायण राम के खिलाफ सरकार ने जांच के आदेश दिये हैं. सरकार के आदेश पर देवघर के वर्तमान एसडीओ जय ज्योति सामंता बुधवार को ग्रेन बैंक कार्यालय पहुंचे और दस्तावेजों की जांच की.
श्री सामंता ने कार्यालय में पूर्व के एग्रीमेंट व अन्य दस्तावेज लिया और उसका अध्ययन किया. एसडीओ ग्रेन बैंक के कस्टूडियन हैं इसलिए उन्होंने कर्मियों को निर्देश दिया कि कार्य में किसी भी प्रकार का लापरवाही बरदाश्त नहीं होगा. उन्होंने ग्रेन बैंक से संबंधित तमाम दस्तावेज मांगा, जिसके तहत वे जानेंगे कि कहां, किसे और किस परिस्थिति में जमीन दिया गया है.
नियमानुसार जमीन दी गयी है या जमीन आवंटन में किसी प्रकार की हेराफेरी हुई है. हालांकि एसडीओ को जांच में पूरा तथ्य अब तक हाथ नहीं लगा है, क्योंकि ग्रेन बैंक के बड़ा बाबू अवकाश पर थे. इसलिए कई दस्तावेज जैसे कैस बुक आदि अभी नहीं देख पाये हैं. सूत्र बताते हैं कि पूर्व एसडीओ पर आरोप है कि उन्होंने जमीन आवंटन के एवज में संस्थान से मोटी रकम की उगाही की थी.
वह रकम ग्रेन बैंक के कैस बुक में मेंटेन है या नहीं यह तो कैस बुक देखने के बाद ही पता चल पायेगा. ज्ञात हो कि सरकार के आदेश से डीसी ने एसडीओ श्री सामंता को जांच का जिम्मा दिया है.
पूर्व एसडीओ पर भूमि घोटाले का भी है आरोप
उधर, पूर्व एसडीओ राम नारायण राम पर बहुचर्चित भूमि घोटाले में भी लिप्त होने का आरोप है. इस मामले में पहले निगरानी जांच चली. जिसमें पूर्व एसडीओ पर निगरानी ने दो मामले दर्ज किये. अब जमीन घोटाले की जांच सीबीआइ कर रही है. इसलिए अभी तक श्री राम इस शिकंजे से उबर नहीं पाये हैं.
गुरुकुल का बोर्ड बदला
जब यह मामला प्रकाश में आया तो उससे पहले ही संस्थान के नाम का बोर्ड बदल गया. पूर्व एसडीओ राम नारायण राम ने गुरुकुल नामक संस्थान को जमीन मुहैया कराया था लेकिन अब गुरुकुल के स्थान पर सर्व सत्वावलंबन नामक संस्था का बोर्ड लगा है. बोर्ड में अध्यक्ष के रूप में नीतू कुमारी का नाम अंकित है. जबकि गुरुकुल का संचालन भी वे ही कर रही थीं.