रिश्तेदारों की पहचान पर पुलिस ने उन्हें कपड़े व जेवरात से भरी अटैची रात में ही सुपुर्द कर दिया. अजित के अनुसार रिश्तेदार की शादी में परिजन के साथ शरीक होने रविवार को बाबाधाम आये थे. सुबह में जाने के दौरान गाड़ी चालक को अटैची रखने भी दिया था, किंतु वह भूल गया. घर पहुंचे तो अटैची नहीं पाकर अवाक हो गये. तुरंत फिर देवघर के लिये चल दिये. उधर बम की आशंका पर दिन भर अफरा-तफरी रही.
लोगों को करीब जाने से मना कर रही पुलिस भी अटैची के पास जाने से कतरा रही थी. उक्त स्थल पर सुरक्षा में जवान लगा दिये गये. फिर एक ट्रैक्टर बालू मंगा कर अटैची ढंका गया और अग्निशमन विभाग के दमकल मंगा कर पानी डाला गया. घटनास्थल पर एसडीपीओ दीपक पांडेय सहित नगर इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय व थाना प्रभारी मनोज गुप्ता सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे व छानबीन की थी. मामले की सूचना मुख्यालय समेत अन्य आला अधिकारियों को भी दी गयी थी. थाना प्रभारी ने कहा कि एहतियात के तौर पर भीड़ हटने का इंतजार किया जा रहा था.