देवघर: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं को उचित मूल्य पर पेड़ा उपलब्ध कराने को लेकर प्रशासन की ओर से बैठक कर दर निर्धारित किया गया था. ताकि श्रद्धालुओं या खरीदार को उचित दर पर प्रसाद मुहैया करायी जा सके.
इसके इतर मंदिर प्रबंधन बोर्ड भी योजना अनुसार गोशाला प्रबंधन की ओर से निर्मित अच्छी क्वालिटी के पेड़े को प्रसादम का नाम देकर श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया जाने लगा. श्रावणी मेला शुरू होने के दो दिनों बाद से श्रद्धालुओं को मुहैया कराया जाने लगा. मगर कुछ ही दिनों के बाद बोर्ड द्वारा प्रसादम के नाम पर बेचे जाने वाले पेड़ा की गुणवत्ता में शिकायत आने लगी.
जिससे बोर्ड द्वारा बेचे जाने वाले पेड़े पर सवाल उठना शुरू हो गया. विभिन्न जगहों से आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा पेड़ा की गुणवत्ता की लिखित शिकायत के बाद प्रशासन सचेत हुआ. मगर इसकी जांच नहीं किये जाने पर प्रश्न उठने शुरू हो गये हैं.