देवघर: विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थली के रूप में प्रतिष्ठित देवघर शहर में पार्किग की समुचित व्यवस्था न होने से शहरवासियों को प्रतिदिन काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मगर प्रशासन के पास कोई ठोस प्लानिंग न होने की वजह से पिछले कई वर्षो से समस्या जस की तस है.
हालांकि जिला पुलिस प्रशासन ने जिले की ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए 25 पुलिस कर्मियों (एएसआइ व जवान) को ट्रैफिक डय़ूटी में लगाया है. इसमें से 20 पुलिस कर्मी देवघर शहर के लिए व पांच पुलिस कर्मी मधुपुर शहर में ट्रैफिक की जिम्मेदारी निभाते हैं.
समस्या के निदान के लिए यह संख्या नाकाफी है. बावजूद इनकी सुबह-शाम दो बार डयूटी लगती है. सरकार ने देवघर को पांच वर्ष पूर्व ही ट्रैफिक जिला घोषित कर दिया है. विभागीय नोटिफिकेशन के तहत ट्रैफिक जिला के लिए 125 पुलिस कर्मियों का पद स्वीकृत है. मगर शहरी क्षेत्र में पार्किग स्थल की कमी प्रशासनिक पदाधिकारी व शहरवासियों के लिए रोजाना समस्या पैदा करती है.
रोजाना इन चौक-चौराहों पर लगता है जाम : प्रत्येक दिन स्कूल-कॉलेज व दफ्तर आने-जाने के समय शहर के अधिकांश चौक-चौराहों पर जाम की स्थिति बन जाती है. जहां पुलिस कर्मियों की डय़ूटी रहने के बावजूद वे लाचार व बेबस नजर आते हैं. राज्य के मंत्री से लेकर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व नगर निगम के आलाधिकारी इन चौराहों (बजरंगी चौक, आरएल सर्राफ, फव्वारा चौक, पानी टंकी मोड़, मंदिर मोड़) से होकर गुजरते हैं. जहां बस व ऑटो चालकों की मनमानी की वजह से जाम लगता है. मगर इसके निदान के लिए सार्थक पहल नहीं की जा रही है. जनता अपने भाग्य भरोसे आवागमन करती है.
लगातार चल रहा है अतिक्रमण हटाओ अभियान : शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु ढंग से बहाल करने को लेकर पिछले कई दिनों से जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाये जाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इसका कुछ हद तक असर भी पड़ा है. मगर यह स्थायी निदान नहीं है.
पार्किग स्थल के लिए प्रयासरत : शहर में पार्किग स्थल की भारी कमी है. इस वजह से अधिकांश वाहन मालिक अपने वाहन सड़क किनारे व प्रतिष्ठान के सामने खड़ी कर अपने काम पर चले जाते हैं. जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होने से आवागमन में परेशानी होती है. अगर शहर के राज्य परिवहन निगम के परिसर को अस्थायी तौर पर टैंपो स्थल घोषित करने, क्लब ग्राउंड, मदरसा, स्टेडियम से सटे स्थल, उत्पाद विभाग व सेंट्रल प्लॉजा के सामने वाले स्थल व आरमित्र स्कूल के सामने वाले हिस्से का उपयोग पार्किग के तौर पर हो सके तो तात्कालिक तौर पर इसका निदान संभव है.
प्रशिक्षित जवानों को लगायें व्यवस्था में : शशिनाथ झा
जसीडीह. रिटायर्ड आइजी शशिनाथ झा ने कहा कि देवघर में बढ़ते भीड़ व वाहनों को देखते हुए कई तरह के प्रयोग कर यातायात व्यवस्था में सुधार संभव है. जाम स्थलों पर ट्रैफिक पोस्ट व पोस्ट के आसपास के 20 से 30 फुट की जगह की दूरी को अतिक्रमण न होने दिया जाय. शहर में पार्किग के लिए एक स्थल निर्धारित हो. ट्रैफिक पोस्ट पर प्रतिनियिुक्त कर्मी पूरी तरह से ट्रेंड हों. आवश्यकतानुसार यातायात में प्रतिनियुक्त कर्मियों को जमशेदपुर के टीआइटी में प्रशिक्षित किया जाय. इसके अलावा जिला पुलिस लोगों को यातायात नियमों से जागरूक बनाने के लिए अभियान चलाये.