देवघर : बमबम बाबा कॉलोनी निवासी अपहृत विनोद पांडेय शनिवार को वापस घर लौट गये. नगर पुलिस के सामने उन्होंने अपने अपहरण की जो कहानी बयां की है, वह पुलिस के गले नहीं उतर रही है.
अब भी पुलिस यह मान रही है कि विनोद जान-बूझ कर कहीं अंडर ग्राउंड हो गया था. विनोद के अपहरण के मामले को पुलिस कर्ज की कड़ी से जोड़ कर देख रही है.
विनोद की जुबानी में अपहरण की कहानी
विनोद ने पुलिस के पास कहा कि घटना के पूर्व वे नाती को रखने बिलासी गये थे. वहां से टावर चौक पहुंचे. दही खरीद कर शिव गंगा के रास्ते वापस घर के पास पहुंचे ही थे कि बालू के समीप दीवार पर तीन लड़कों को बैठा देखा. उनलोगों से तकरार हुई. जबरन गाड़ी पर बैठा कर भुरभुरा ले गया.
इसके बाद उन्हें कुछ नहीं ख्याल है. बेहोश कर दिया गया. होश आया तो अपने को सीतारामपुर के समीप ट्रेन पर पाये. किसी तरह कूद कर भागते हुए जीआरपी के पास पहुंचे. जीआरपी ने दूसरी ट्रेन पर बैठा दिया.
उसी से जसीडीह में उतरे. तीनों अपहर्ताओं को नहीं पहचान रहे हैं, किंतु वे लोग स्थानीय भाषा व हिंदी में बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अपहरण के पीछे जिसका भी हाथ हो, पुलिस उस पर कार्रवाई करे.