जसीडीह : थाना क्षेत्र के बसतपुर गांव निवासी छात्र की हत्याकांड में नया मोड़ आया है. छात्र के प्रेमी ने ही उसकी हत्या कर दादा के साथ लाश को ठिकाने लगाया था.
उक्त खुलासा रिमांड अवधि में इस मामले के नामजद आरोपित बिहार अंतर्गत जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मड़ैया गांव निवासी अमित सिंह उर्फ देवराज उर्फ गौरव सिंह ने की है. पुलिस को पूछताछ में उसने जानकारी दी है कि छात्र के साथ उसका प्रेम-प्रसंग था. उक्त बातें एसडीपीओ अनिमेष नैथानी ने शुक्रवार को जसीडीह थाना परिसर में पत्रकारों से कही.
एसडीपीओ ने बताया कि छात्र के साथ अमित सिंह ने अपनी प्रेम-प्रसंग की बात कबूली है. इसको लेकर परिवार वालों ने दोनों को समझाया-बुझाया भी था. 2014 में अमित ने केकेएम कॉलेज जमुई से इंटर किया. इस दौरान वह देवघर में ही डेरा लेकर रहता था. बराबर दोनों मिलते-जुलते भी था. 28 जून 14 को छात्र घर से टय़ूशन पढ़ने कह कर मौसेरे भाई के साथ ऑटो से देवघर चली थी. मौसेरा भाई सत्संग में उतर गया और छात्र आगे बढ़ कर अमित के यहां चली गयी. शाम में करीब पांच बजे दोनों ने जसीडीह में ट्रेन पकड़ी थी.
छात्र को साथ लेकर अमित अपने घर मड़ैया पहुंच गया. वहां दादा रामवतार सिंह ने अमित का विरोध कर छात्र को उसके घर पहुंचा देने कहा. इसके बाद 30 जून की सुबह लक्ष्मीपुर पुलिस उसके घर छात्र की खोज-खबर में पहुंची. पुलिस के आने के बाद दादा ने फिर विरोध जताते हुए छात्र को घर पहुंचाने कहा. लेकिन छात्र वापस लौटने को तैयार नहीं हुई तो 30 जून की रात में ही अमित ने चाकू से छात्र के सिर पर वार कर मार डाला. इसके बाद दादा के सहयोग से अमित ने छात्र की लाश को घर से करीब तीन सौ मीटर दूर नदी में फेंक दिया.
छात्र की हत्या में प्रयुक्त चाकू को भी उसने नदी में ही डाल दिया था. लाश पानी में बहकर करीब तीन किलो मीटर दूर चला गया. जहां से लक्ष्मीपुर पुलिस ने बरामद कर जसीडीह थाने को सूचित किया था. इसी घटना के बाद तीन जुलाई को अमित के दादा की भी मृत्यु हो गयी थी.
इसके बाद पुलिस दबिश के कारण परिजनों ने अमित को कोर्ट में सरेंडर करवा दिया. एसडीपीओ ने कहा कि अमित सिंह और उसके दादा रामवतार सिंह को आरोपी बनाया गया है. सभी बिंदुओं को ध्यान में रख कर पुलिस जांच में जुटी है. मौके पर पुलिस निरीक्षक राम मनोहर शर्मा, जसीडीह थाना प्रभारी संजीव कुमार उपस्थित थे.