देवघर : बांग्ला नववर्ष पर रविवार को बाबा मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. अहले सुबह से ही भक्तों की कतार लगी रही. इस दौरान आरके मिशन के छात्र भी बाबा मंदिर पहुंचे व जलार्पण किया. इधर, बाबा मंदिर प्रबंधन को बांग्ला नववर्ष पर मंदिर परिसर में लगे दान पात्र से 3,85,172 रुपये की आमदनी हुई. वहीं शीघ्र दर्शनम से मंदिर को 2.75 लाख रुपये की आय हुई.
इधर, बाबा मंदिर के प्रभारी के बदलते ही व्यवस्था में भी काफी बदलाव दिख रहा है. विकास पात्र में पहले गिनती के लिए मंदिर को मजदूरी पर आदमी रख कर गिनती करना होता था. पहली बार देखा गया कि मंदिर के सभी दारोगा, कर्मचारी, प्रबंधक सहित चारों सहायक प्रभारी पैसों की गिनती करते देखे गये. मंदिर प्रभारी ने डीसी के आदेशानुसार बाहरी लोगों से पैसे की गिनती नहीं कराने का आदेश जारी किया है. इसके अलावा गिनती के दिन सभी मंदिर दारोगा को गिनती के अंत तक मौजूद रह कर पैसे की गिनती करने का आदेश जारी किया है. गिनती में शामिल नहीं होने वाले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काट लिया जायेगा.
स्थायी कैंप के लिए जिला से जमीन देने का दिया जायेगा प्रस्ताव
देवघर : बाबा मंदिर प्रशासन आपदा प्रबंधन के लिए एनडीआरएफ की टीम की स्थायी प्रतिनियुक्ति की तैयारी में जुट गया है. मंदिर प्रभारी द्वारा एक प्रस्ताव बनाकर डीसी के माध्यम से सरकार को भेजा जायेगा. बाबा मंदिर व आसपास क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के अलावा बिहार व जिले से सटे सीमावर्ती जिले में आपदा से निबटने के मामले में देवघर सेंटर प्वांइट पर स्थित है. प्राकृतिक आपदा से निबटने के लिए यहां पर प्रतिनियुक्त टीम को मूवमेंट करने में सुविधा होगी. प्रस्ताव में एनडीआरएफ के स्थायी ठहराव के लिए जिला से जमीन देने का भी प्रस्ताव शामिल है.
बाबा मंदिर में संकीर्तन
देवघर. बांग्ला पंचांग संक्रांति के अनुसार बचे हुए तीन कीर्तन मंडलियों का मास व्यापी संकीर्तन प्रारंभ हो गया. इसमें मुख्य रूप से मसानी कीर्तन मंडली, फूलचंद कीर्तन मंडली व पंडा कीर्तन मंडली के द्वारा कीर्तन शुरू किया गया. रविवार को पंडा कीर्तन मंडली द्वारा गणेश वंदना के साथ कीर्तन प्रारंभ हुआ. उसके उपरांत मंडली के गायक सीताराम पंडित ने सरस्वती वंदना वर दे वीणावादिनी… सहित स्थानीय कवि पंकज रचित दर्जनों भजनों की प्रस्तुति की.