शंभू शर्मा ने मेडिका के स्टॉफ को किया टार्चर
देवघर : मां ललिता हॉस्पीटल एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक शिव दत्त शर्मा उर्फ शंभू शर्मा के आतंक से परेशान हो मेडिका सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल ने देवघर में अपनी सेवा बंद करने की घोषणा कर दी है.
मेडिका की ओर से इस आशय की लिखित शिकायत नगर थाने में दी गयी है. जिसमें कहा गया है कि किस तरह श्री शर्मा ने उनके स्टॉफ को डराया-धमकाया, बुरी तरह पीटा और यहां से भाग जाने का कहा.
यहां तक श्री शर्मा और उनके लोगों ने सभी को जान मारने तक की धमकी दी. मेडिका प्रबंधन के अनुसार रातोंरात शंभू शर्मा के लोगों ने अस्पताल को टेक ओवर कर लिया. किसी को बाहर जाने से रोक दिया.
बाद में एसपी के हस्तक्षेप के बाद उन लोगों को राहत मिली. दूसरी ओर पुलिस ने मेडिका प्रबंधन की ओर से लिखित आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है. एसपी सुबोध प्रसाद ने नगर थाना प्रभारी को निर्देश दिया है कि उनके आवेदन पर भादवि की धारा 307, 354, 386 के तहत मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करें.
पुलिस ने शिकायत पाकर कांड संख्या-155/14 दर्ज कर शिवदत्त शर्मा व उनके पांच सहयोगियों (अमित, निर्मल, शशि, डॉ गगन कुमार सिंह व अजय) को नामजद बनाया है.
शिकायत में डॉक्टर ने क्या लिखा
मेडिका प्रबंधन के मेडिकल डायरेक्टर डॉ इंद्रनील मुखोपाध्याय ने लिखित शिकायत में कहा है कि, घटना की शुरुआत शिवदत्त शर्मा व उसके सहयोगियों ने 24 अप्रैल से ही शुरू कर दी थी. जब उनके हाउस गार्ड स्वाधीन वर्मा को गाली-गलौच किया.
उसके बाद 25 अप्रैल को उसंने आइटी एक्सपर्ट इफ्तेखार अहमद व मार्केटिंग डिवीजन के अनिल झा व सिक्योटिरी स्टाफ को धमकी जाते-जाते श्री शर्मा ने वित्त प्रबंधक एलबी सिंह व सैयद कदम मुर्शीद को यह कहा कि 72 घंटों के अंदर इफ्तेखार को मार देंगे. इसके बाद 26 अप्रैल को 9.30 बजे शिवदत्त शर्मा व कई असामाजिक तत्वों ने मणिकांत झा व एलबी सिंह को हॉस्टपीटल के निदेशक डॉ इंद्रनील के कार्यालय में गाली-गलौच किया. नर्सो को भी धमकाया गया. यहां से भाग जाने को कहा गया.
दिन भर गुजरने के रात्रि सवा नौ बजे शिवदत्त शर्मा व उनके सभी साथी अस्पताल में घुसे. इसी क्रम में वित्त प्रबंधक एलबी सिंह को एके 47 से जान से मार देने की बात कहते हुए आगे बढ़े तो सिक्योरिटी सुपरवाइजर मणिकांत झा ने उन्हें रोकना चाहा. इस बात से आक्रोशित होकर शिवदत्त व अमित ने उन्हें बुरी तरह पीटा और धमकी दिया कि मणिकांत दिखा तो जान से मार देंगे. डॉ मुखर्जी ने घटना से संबंधित शिकायत की प्रतिलिपि डीसी, एसपी, गृह सचिव व स्वास्थ्य सचिव, झारखंड को भेजी है.
कोलकाता हेड क्वार्टर को किया सूचित
घटना के फौरन बाद डॉ मुखर्जी ने कोलकाता स्थित अपने हेडक्वार्टर को पूरे मामले से अवगत करा दिया. कोलकाता से एसपी सुबोध प्रसाद को जानकारी मिली. एसपी के निर्देश पर नगर थाना की पुलिस पहले रात्रि 9.45 बजे मेडिका हॉस्पीटल पहुंची. वहां पूछताछ की. मगर गेट के बाहर खड़े शिवदत्त शर्मा के लोगों ने उन्हें बरगला कर वापस भेज दिया. पुलिस को दुबारा सूचना मिलने पर रात में एक बार और गयी. मगर बाहर से कोई गतिविधि न देख फिर पूछताछ कर वापस लौट आयी.
पहुंचे एसपी व एसडीपीओ
इस बीच राष्ट्रपति के कार्यक्रम की व्यस्तता के बीच एसपी सुबोध प्रसाद, एसडीपीओ प्रमोद साह सदल-बल दोपहर 12.45 बजे तक मेडिका अस्पताल पहुंचे. वहां घटना के संबंध में पूछताछ करने के बाद उन्होंने फौरन कुंडा थाना प्रभारी रामाशीष बैठा व मोहनपुर बिरजू गंझू को निर्देश दिया कि यहां आकर लोगों से पूछताछ करें और शिकायत दर्ज करें. एसपी के निर्देश के बाद दोनों थाना प्रभारी अस्पताल पहुंचे व लोगों की शिकायत दर्ज की. तत्काल पुलिस लाइन से एक सेक्शन फोर्स अस्पताल प्रबंधन को मुहैया कराया गया.
प्रबंधन को पूरी सुरक्षा दी गयी है : एसपी
इस संबंध में एसपी सुबोध प्रसाद ने बताया कि, शहर में यह अस्पताल जरूरतमंद लोगों व गरीबों के जीवन रक्षा का काम करती है. अस्पताल में कई विशेषज्ञ न्यूरो सजर्न हैं. जो बड़े कुशल हैं. इससे देवघरवासियों को मदद मिल रही थी.
सुबह स्वयं मैं गया व घटना की जानकारी लेने के बाद अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर कांड संख्या-155/13 दर्ज कर शिवदत्त शर्मा व पांच लोगों को नामजद बनाया गया है. इस बीच अस्पताल प्रबंधन को पूरी सुरक्षा दी गयी है. पुलिस मामले को लेकर संवेदनशील है.