उन्होंने घायलों को इलाज के लिए कुंडा स्थित प्राइवेट क्लिनिक लाया गया, जहां रात करीब 10:30 बजे इलाज के दौरान उपेंद्र साह (38) की मौत हो गयी. घटना के बाद मृतक के परिजन व अन्य ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने सभी को समझा-बुझाकर शांत कराया. मृतक के भाई का आरोप था कि हड्डी के डॉक्टर नहीं रहने के बाद भी उपेंद्र को भर्ती किया गया.
ऐसे में सही इलाज नहीं हो पाने से उपेंद्र की मौत हुई है. परिजनों के मुताबिक, उपेंद्र बाजला चौक के समीप चाट-गुपचुप का ठेला लगाकर जीवन-यापन करता था. दोस्त के साथ वह तपोवन से घूम कर लौट रहा था. मृतक अपने पीछे पत्नी समेत दो छोटे-छोटे पुत्र-पुत्री को छोड़ गया. परिजन डॉक्टर पर कार्रवाई व मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.