शनिवार को जदयू युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुमन पंडित ने कहा कि जनता पहले से कई टैक्स दे रही है. अब और टैक्स लेना अनुचित है. फैसले को वापस नहीं लेने पर आंदोलन शुरू किया जायेगा. वहीं निगम के सीइओ संजय कुमार सिंह का कहना है कि विशेष सुविधा पाने के लिए अतिरिक्त शुल्क देना अनुचित नहीं है. इससे कार्यों की गुणवत्ता में सुधार आयेगा. सफाई के लिए स्वयंसेवी संगठनों से मदद ली जायेगी. उन्हें शुल्क अदा किया जायेगा.
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मामला सफाई शुल्क का. नगर निगम ने शुरू की तैयारी, दूसरी ओर लोगों ने कहा : किस बात का चार्ज
देवघर: नगर निगम ने शुक्रवार की बैठक में घर-घर कूड़ा उठाव कर यूजर चार्ज के नाम पर शहर के लोगों से 40 रुपये वसूल करने का निर्णय लिया है. इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. हालांकि डिप्टी मेयर नीतू देवी ने कहा कि इसमें कुछ सुधार किया जायेगा. इससे 44 गांवों को दूर रखा […]
देवघर: नगर निगम ने शुक्रवार की बैठक में घर-घर कूड़ा उठाव कर यूजर चार्ज के नाम पर शहर के लोगों से 40 रुपये वसूल करने का निर्णय लिया है. इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. हालांकि डिप्टी मेयर नीतू देवी ने कहा कि इसमें कुछ सुधार किया जायेगा. इससे 44 गांवों को दूर रखा जायेगा. राजनीतिक दलों ने इसे अव्यावहारिक बतातेे हुए फैसले को वापस लेने तक की मांग शुरू कर दी है.
घोषणा के साथ ही विरोध होना शुरू : शुक्रवार को घोषणा होते ही लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. झारखंड लोकल बॉडीज इंपलाइज फेडरेशन ऑफ देवघर ने फैसले का विरोध किया है. फेडरेशन ने सीइओ संजय कुमार सिंह को आवेदन देकर घर-घर सफाई कार्य में स्वयंसेवी संगठनों को जोड़ने पर खबरदार किया है. ऐसा करने पर आंदोलन करने तक की धमकी दी है.
जदयू ने वापस नहीं लेने पर दी आंदोलन की चेतावनी: जदयू युवा मोर्चा ने सफाई के नाम पर घर-घर यूजर चार्ज के नाम पर 40 रुपये लेने का विरोध किया है. मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुमन पंडित ने कहा कि जनता पहले से सफाई, शिक्षा, स्वास्थ्य व जल टैक्स दे रही है. निगम बिना सुविधा के टैक्स बढ़ा रहा है. बिना सफाई मजदूर बढ़ाये टैक्स लाद रहा है. इसे वापस नहीं लिया गया तो देवघर की जनता सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को बाध्य होगी.
इनसे सीखें हम : मुंबई, दिल्ली, कोलकाता सहित अन्य राज्यों में निगम सफाई के लिए शुल्क वसूल करता है. शुल्क लेने पर सफाई की व्यवस्था बेहतर दिखती है. वहीं देवघर में सफाई शुल्क का विरोध शुरू हो गया है. हमें इनसे सीखने की जरूरत है. यदि निगम बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था देता है तो लोगों को महानगरों की तर्ज पर शुल्क भी देना चाहिए.
यूजर चार्ज से निगम को होगी 12 लाख की आमदनी
नगर निगम में लगभग 30 हजार होल्डिंग हैं. यदि सभी से शुल्क लिया जाय तो निगम को प्रतिमाह 12 लाख की आमदनी होगी. यह अतिरिक्त आमदनी निगम के सफाई कर्मियों को समय से मानदेय देने में आसानी होगी.
स्वयंसेवी संगठनों से ली जायेगी मदद : काम की अधिकता को देखते हुए स्वयंसेवी संस्था को काम सौंपने पर भी विचार किया जा रहा है. इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है. नगर निगम सावन-भादो दो माह में मेले में स्वयंसेवी संस्थाओं से काम लेता है. इसे देखते हुए एक बार फिर सफाई कार्य से संस्थाओं को जोड़ना चाह रहा है.
कहती हैं डिप्टी मेयर
डिप्टी मेयर नीतू देवी ने कहा कि शहर की सफाई जरूरी है. यह सबका दायित्व है. बिना जनता के सहयोग के संभव नहीं है. यदि सुविधा ठीक से मिलेगी तो जनता को पैसे देने में दिक्कत नहीं होगी. इससे ग्रामीण क्षेत्रों को दूर रखा गया है. वहां अभी विकास की किरण नहीं पहुंची है. उन क्षेत्रों में पहले विकास किया जायेगा. इसके बाद किसी टैक्स के विषय में सोचा जायेगा.
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