स्कूल के बच्चों ने व्यवस्था पर सवाल उठाया, शिकायत की
हाल अनुसूचित जाति बालक आवासीय विद्यालय, लावालौंग का
चतरा : लावालौंग स्थित अनुसूचित जाति बालक आवासीय विद्यालय के छात्रों की पढ़ाई-लिखाई नहीं हो रही है. शिक्षक के अभाव में पढ़ाई ठप है़ कई वर्षो से मच्छरदानी, बेडशीट, कंबल व दरी नहीं दिये गये हैं.
कई बीमार बच्चे इलाज नहीं होने के कारण घर चले गय़े छात्रों ने मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिलने, भोजन में कीड़ा मिलने की शिकायत की है़ लाइट के अभाव में वे रात में पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. कंप्यूटर शिक्षा भी नहीं मिल रही है़ छात्रों ने कहा है कि प्रधानाध्यापक से शिकायत करने पर चेतावनी दी जाती है कि टीसी काट कर विद्यालय से बाहर दिया जायेगा. साथ ही विद्यालय के कई शिक्षक हमेशा विद्यालय से गायब रहते हैं़ विद्यालय में 248 बच्चे अध्ययनरत हैं. इस विद्यालय में परहिया, आदिवासी, बैगा जाति के बच्चे पढ़ाई करते हैं.
कोई सुविधा नहीं मिलती : विद्यालय के छात्रों के प्रधानमंत्री विक्रम उरांव व उपप्रधानमंत्री दिनेश उरांव ने कहा कि विद्यालय में सही ढंग से भोजन नहीं मिलता़ कई बार भोजन में कीड़ा भी मिला़ खेल सामग्री भी उपलब्ध नहीं करायी जाती़ स्वास्थ्य मंत्री महादेव मुंडा ने बताया कि फरवरी माह से दूध नहीं मिल रहा है़
बीमार बच्चे विद्यालय छोड़ घर जा रहे हैं : विद्यालय में 15 बच्चे बीमार हैं़ समुचित इलाज नहीं होने के अभाव में सुखदेव उरांव, रामा उरांव, सुनील, रोशन, सुधीर, रमेश, जागिर उरांव समेत कई बच्चे अपने घर चले गय़े बीमार बच्चों के इलाज करने प्रतिनियुक्त चिकित्सक विद्यालय आकर बच्चों का इलाज नहीं करत़े
निरीक्षण के लिए नहीं आते कोई अधिकारी : कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय का निरीक्षण करते जिला कल्याण पदाधिकारी, बीडब्ल्यूओ या जिले के कोई भी अधिकारी विद्यालय का निरीक्षण करने नहीं पहुंच रहे हैं़ यही वजह है कि बच्चों को समुचित सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा रही़
मेन्यू रिवाइज नहीं हुआ : प्रभारी प्रधानाध्यापक दुर्गा प्रसाद मंडल ने कहा कि बच्चों को मेन्यू के अनुसार ही भोजन दिया जाता है़ भोजन में कीड़ा मिलने की शिकायत बच्चों द्वारा नहीं की गयी है़ बच्चों को गलत कार्य करने पर चेतावनी दी जाती है़ बच्चों के इलाज के लिए दस रुपये ही मिलते हंै़ उससे अधिक खर्च नहीं कर सकते कई वस्तुओं की कीमत बढ़ गयी है़ 2002 में बना मेन्यू का रिवाइज नहीं हो पाया़
जांच करायी जायेगी : डीसी : डीसी अमित कुमार ने कहा कि बच्चों को मेन्यू के अनुसार ही भोजन दिया जाना है़ इसकी जांच करायी जायेगी़ बच्चों की शिकायत सही पायी गयी, तो प्रधानाधयापक व मेस इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी़