शाम होने के कारण पुलिस सोमवार को उक्त गांव पहुंची. रामदेव सिंह के घर से वाहन को मुख्य सड़क तक आने-जाने के लिए रास्ता नहीं है. परिजन व ग्रामीणों ने दोनों शवों खटिया पर लाद कर सड़क तक पहुंचाया.
इसके बाद पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने की बात करती है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं होता. मुखिया रेखा देवी ने कहा कि कुंदा पंचायत में कई ऐसे गांव हैं, जहां पहुंचने के लिए सड़क नहीं है. मनरेगा के तहत कई सड़कें बनाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा गया था, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली.