पहल. सीबीएसइ अपने शैक्षणिक पैटर्न में कई बड़े बदलाव करने जा रहा है
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बदलाव से दिखेगा सकारात्मक परिणाम
पहल. सीबीएसइ अपने शैक्षणिक पैटर्न में कई बड़े बदलाव करने जा रहा है अब तक ऐसी व्यवस्था थी कि नौवीं कक्षा तक कोई विद्यार्थी फेल नहीं होता था, नये प्रारूप में इस पर लगेगा विराम बोकारो : सीबीएसइ (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) अपने शैक्षणिक पैटर्न में कई बड़े बदलाव करने जा रहा है़ बोर्ड […]
अब तक ऐसी व्यवस्था थी कि नौवीं कक्षा तक कोई विद्यार्थी फेल नहीं होता था, नये प्रारूप में इस पर लगेगा विराम
बोकारो : सीबीएसइ (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) अपने शैक्षणिक पैटर्न में कई बड़े बदलाव करने जा रहा है़ बोर्ड के मुताबिक, उन बदलावों के आशय की जानकारी विभिन्न मान्यताप्राप्त स्कूलों को भेजी जा रही है़ बदलते शैक्षणिक माहौल व प्रतियोगिता के दौर को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव किये जा रहे हैं. बदलाव में परीक्षाओं के प्रारूप, परीक्षाओं के रजिस्ट्रेशन के आधार व कक्षाओं में प्रोमोशन को भी शामिल किया जा रहा है़
अब तक ऐसी प्रथा थी कि नौवीं कक्षा तक कोई विद्यार्थी फेल नहीं होता था, लेकिन नये प्रारूप में इस पर विराम लगाया गया है़ अब वैसे विद्यार्थी जिनकी नौवीं कक्षाओं में उपस्थिति नहीं या कम होगी, उन्हें रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने नहीं दिया जायेगा़ सीबीएसइ के शैक्षणिक पैटर्न में आये बदलाव और उसके प्रभाव पर पेश है रिपोर्ट…
सीबीएसइ के पांच बड़े बदलाव
1. नौवीं में फेल तो 10वीं में रजिस्ट्रेशन नहीं
2017 में नौवीं की फाइनल परीक्षा में जो स्टूडेंट्स फेल कर जायेंगे, उन्हें 10वीं बोर्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करने दिया जायेगा. अब तक नौवीं के फाइनल में स्टूडेंट्स को फेल नहीं किया जाता था. स्टूडेंट्स को कम मार्क्स भी आते थे, तो उन्हें ग्रेड देकर आगे प्रोमाेट कर दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अगर छात्र फेल करेंगे, तो उन्हें दोबारा 9वीं क्लास में ही रहना होगा.
2. क्लास प्रोमोशन की व्यवस्था होगी बंद
अब स्कूलों में एक क्लास से दूसरे क्लास में जाने के लिये प्रोमोशन व्यवस्था को बंद कर दिया जायेगा. आठवीं से नौवीं या नौवीं से 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स को पास होना आवश्यक है. इसके अलावा साल में दो बार परीक्षा ली जायेगी. एक बार सितंबर में और दूसरी बार मार्च में फाइनल परीक्षा होगी. दोनों ही परीक्षाओं में पास करना आवश्यक होगा. सीबीएसइ स्कूल में इंटरनल ग्रेडिंग भी बंद कर देगी.
3. क्लास परफॉरमेंस के आधार पर रजिस्ट्रेशन
2018 में 10वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने के लिए नौवीं के स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन 2017 के अगस्त से सितंबर के बीच कराया जायेगा. उन्हीं स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन फॉर्म भराया जायेगा, जिनका क्लास परफॉरमेंस अच्छा होगा. इसके अलावा 75 फीसदी अटेंडेंस को भी फोकस किया जायेगा. सीबीएसइ की मानें, तो 2017 अप्रैल में जो छात्र 10वीं में जायेंगे, उन्हें क्लास परफॉरमेंस काे ठीक करना होगा.
4. प्री बोर्ड में पास होंगे, तभी मिलेगा बोर्ड प्रवेशपत्र
इस बार से प्री बोर्ड एग्जाम में भी स्टूडेंट्स को पास करना जरूरी होगा. प्री बोर्ड में भी प्रोमोशन सिस्टम को सीबीएसइ खत्म कर देगी. इस कारण स्टूडेंट्स को अब प्री बोर्ड में भी पास करना जरूरी होगा. प्री बोर्ड के लिए शेड्यूल अब बोर्ड ही जारी करेगा. सीबीएसइ की ओर से इस बात की भी तैयारी की जा रही है कि वैसे उम्मीदवार जो प्री बोर्ड में पास नहीं करेंगे, उन्हें बोर्ड का प्रवेशपत्र नहीं दिया जायेगा़ सीबीएसइ की मानें, तो जल्द ही स्कूलों को गाइड लाइन भेजी जायेगी.
5. ग्रेडिंग होगी खत्म, मिलेंगे प्रतिशत में अंक
सीबीएसइ (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन)अगले वर्ष से 10वीं में एक बार फिर बोर्ड परीक्षा लागू करने जा रहा है़ इस बदलाव के तहत अब बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की ग्रेडिंग समाप्त होगी़ बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट अब प्रतिशत में दिये जायेंगे़ इससे पूर्व विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम सीजीपीए में जारी किये जाते थे, लेकिन अब यह प्रतिशत में दिये जायेंगे़
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