आलम यह है कि कभी-कभी दुकानदारों का पूरा दिन ग्राहकों के इंतजार में बीत जाता है, पर ग्राहक का दीदार नहीं होता. कभी सिटी सेंटर बोकारो का मुख्य बाजार होता था, लेकिन अब बाजार की रौनक धीरे-धीरे खत्म हो रही है.
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बोकारो मॉल: …तो मर जायेगा सिटी सेंटर !
बोकारो: भारतीय व्यवसाय की एक कहावत है, यदि बाजार में बरगद आ गया तो छोटी झाड़ियों के अस्तित्व को खतरा हो जाता है. इस कहावत को चरितार्थ कर रहा है बोकारो मॉल. बोकारो मॉल रूपी बरगद के कारण सिटी सेंटर सेक्टर- 04 के छोटे व्यावसायिक प्रतिष्ठान मुरझा रहे हैं. आलम यह है कि कभी-कभी दुकानदारों […]
बोकारो: भारतीय व्यवसाय की एक कहावत है, यदि बाजार में बरगद आ गया तो छोटी झाड़ियों के अस्तित्व को खतरा हो जाता है. इस कहावत को चरितार्थ कर रहा है बोकारो मॉल. बोकारो मॉल रूपी बरगद के कारण सिटी सेंटर सेक्टर- 04 के छोटे व्यावसायिक प्रतिष्ठान मुरझा रहे हैं.
मॉल में शिफ्ट होने की विवशता : यह मॉल की मार ही कही जायेगी कि सिटी सेंटर के कई दुकानदार को मॉल में अपनी दुकान का सेंटर खोलने पर विवश होना पड़ा. यही नहीं, कई दुकान पूर्ण रूप से मॉल में शिफ्ट हो गये हैं. एक ही जगह मार्केटिंग के सभी सामान उपलब्ध होने के कारण ग्राहक भी मॉल से ही खरीदारी करना पसंद कर रहे हैं. ग्राहकों के लिए दुकानदारों को अपना पता बदलना पड़ रहा है. सिटी सेंटर से अब तक लगभग आधा दर्जन दुकान बोकारो मॉल में शिफ्ट हो गयी है. कुछ ने ब्रांच खोला है तो कुछ नये नाम से गये हैं.
नये ग्राहक के इंतजार में सिटी सेंटर
स्थानीय लोग सिटी सेंटर स्थित दुकानों से खरीदारी तो कर रहे हैं, लेकिन फुसरो, चंद्रपुरा, गोमिया, पेटरवार जैसे दूर दराज के लोग खरीदारी के लिए मॉल की ओर रूख कर रहे हैं. पहले यही लोग सिटी सेंटर में जाते थे, क्योंकि यह बोकारो का मुख्य व्यावसायिक केंद्र था. मॉल के कारण सिटी सेंटर के बाजार में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट आयी है. मॉल में हमेशा किसी न किसी प्रकार की छूट व लूट का ऑफर चलता रहता है, इसके कारण भी सिटी सेंटर के बाजार को नुकसान हुआ है.
वीकेंड अड्डा बना मॉल
बोकारो में वीकेंड सेलिब्रेशन की परंपरा पांव पसार रही है. इसके लिए मॉल सबसे उपयुक्त जगह बन गया है. एक ही जगह मनोरंजन, खाना, रोजमर्रा के समान, कपड़ा जैसे सामान उपलब्ध होने के कारण दंपति मॉल की ओर रुख कर रहे हैं. युवा वर्ग को अच्छे ऑफर मिलने के कारण वह मॉल जाना पसंद कर रहा है. पूरी तरह वातानुकूलित होने के कारण भी मॉल आकर्षण का केंद्र बना है. मॉल के आगे सिटी सेंटर धीरे-धीरे फीका पड़ता जा रहा है. इससे बाजार के दुकानदार चिंतित हैं.
राशन, ग्रोसरी, रेडिमेड व सिंगल स्क्रीन सिनेमा पर असर
मॉल में राशन व ग्रोसरी के लिए बिग बाजार, रेडिमेड कपड़ों के लिए कई नामी गिरामी ब्रांड के आउटलेट व मनोरंजन के पीवीआर जैसा मल्टी स्क्रीन हॉल है. मॉल के कारण सिटी सेंटर की राशन दुकान, ग्रोसरी, रेडिमेड व सिनेमा हॉल पर हुआ है. इसके अलावे बिग बाजार में सस्ते व ऑफर वाले कपड़े उपलब्ध होने के कारण सिटी सेंटर के फुटपाथ व्यवसाय पर भी असर हुआ है. मतलब, मॉल व बिग बाजार का कंसेप्ट सिटी सेंटर पर हावी हो गया है. ऐसा ही रहा तो …
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