मुंबई: प्रकाश मेहरा की फिल्म ‘जंजीर’ से लोकप्रियता के एक नये पायदान पर पहुंचे अमिताभ बच्चन का कहना है कि वह लेखक जोड़ी सलीम खान और जावेद अख्तर के आभारी हैं कि दोनों इस फिल्म के लिए उनपर भरोसा किया.
बच्चन को इसी फिल्म से एंग्री यंगमैन का खिताब मिला और 1973 में आई इस फिल्म से पहले की कई फिल्मों की असफलता का सिलसिला टूटा. जंजीर की 40वीं वर्षगांठ पर 70 वर्षीय अभिनेता ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘एक पूरी उम्र गुजर गई..क्या मौका है..सलीम जावेद मेरे बारे में सोचने के लिए, शुक्रिया..मुझे हमेशा इस बात पर हैरानी रही कि एक फ्लॉप न्यूकमर पर उन्होंने यह दॉव क्यों खेला..इस फिल्म से बहुत सी यादें जुड़ी हैं..वह भी क्या समय था.’’
इस फिल्म ने पूरे हिंदी सिनेमा की दिशा मोड़ दी थी और रुमानियत के हिंडोलों में झूलती हिंदी फिल्में जंजीर के बाद आम आदमी के संघर्ष और गलत बातों के खिलाफ अपनी बात कहने का साधन बन गईं.’’ यह फिल्म 11 मई 1973 को रिलीज हुई थी. इसमें जया बच्चन, प्राण, अजीत और बिंदु ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं. इन दिनों इस फिल्म का रिमेक बनाया जा रहा है.