बोकारो: चास के राणा प्रताप नगर स्थित एक आवास में अभियुक्त की तलाश करने गयी बीएस सिटी थाना पुलिस के खिलाफ स्थानीय लोगों गुस्सा का अचानक फूट गया. शनिवार की सुबह केस की जांच करने अभियुक्त के आवास गयी पुलिस को आक्रोशित स्थानीय लोगों ने घंटों बंधक बनाये रखा. घटना की सूचना पाकर चास एसडीपीओ मनीष टोप्पो, बीएस सिटी थानेदार अनिल सिंह, सेक्टर चार थानेदार योगेंद्र सिंह, हरला थानेदार राजीव रंजन, चास मु थानेदार नागेंद्र राय मौके पर पहुंचे.
पुलिस अधिकारियों ने जब बंधक बनाये गये बीएस सिटी थाना के जमादार संजय कुमार व सिपाही बलेंद्र कुमार को ले जाने का प्रयास किया, तो उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. कुछ लोगों से चास एसडीपीओ की हाथा-पाई भी हुई. इस दौरान जमादार संजय को लोगों ने जबरन अपने पास खींच लिया.
लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाया. इसके बाद किसी तरह से जमादार संजय व सिपाही बलेंद्र को लेकर पुलिस बीएस सिटी थाना पहुंची. यहां भी दर्जनों की संख्या में लोगों की भीड़ थाना पहुंच गयी. जमादार व सिपाही पर भयादोहन करने का आरोप लगाया. थाना पहुंचे लोग जमादार व सिपाही के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. इसके बाद एसपी ए विजया लक्ष्मी ने सभी लोगों को अपने कार्यालय में बुलाया. लोगों से बातचीत कर बताया कि केस के सूचक ने अभियुक्त का गलत नंबर दिया. दस कारण पुलिस गलत जगह छापेमारी करने चली गयी थी. तब जाकर लोग शांत हुए.
क्या है मामला : बीएस सिटी थाना पुलिस कांड संख्या 219/15 (जालसाजी कर 54 लाख की ठगी का मामला) की जांच करने चास गयी थी. इस मामले में सूचक ने अभियुक्त का वह मोबाइल फोन नंबर पुलिस को दिया है, जिससे कॉल कर ठगी की गयी है. केस के अनुसंधानकर्ता जमादार संजय कुमार व टेक्निकल सेल के पुलिस कर्मी बलेंद्र कुमार ने अभियुक्तों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर डाल कर जांच की. इसके बाद अभियुक्त विजय से पूछताछ करने केस के आइओ व सिपाही बलेंद्र चास पहुंचे.
अभियुक्त की पहचान के लिए भोलू की ली मदद
स्थानीय लोगों ने बताया : गरगा पुल के पास बाइ पास रोड स्थित एक होटल में दोनों रूके और झारखंड युवा शक्ति के केंद्रीय अध्यक्ष भोलू पासवान को बुलाया. भोलू पासवान से बलेंद्र ने अभियुक्त का पता पूछा. इसके बाद भोलू पासवान ने अपने मोबाइल से फोन कर राणा प्रताप नगर निवासी विजय के किरायेदार शैलेंद्र को होटल में बुलाया. शैलेंद्र के होटल पहुंचते ही भोलू ने पुलिस कर्मियों से उन्हें मिलाया. शैलेंद्र ने आरोप लगाया है कि इसके बाद सिपाही बलेंद्र कुमार ने केस के नाम पर उनका भयादोहन करने का प्रयास किया. बलेंद्र ने शैलेंद्र से कहा कि वह भी ठगी की इस घटना में अपने मकान मालिक के साथ मिला हुआ है. यह कह कर सिपाही व जमादार ने शैलेंद्र को थाना चलने के लिए कहा.