बोकारो: मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी वीरेंद्र कुमार तिवारी की कोर्ट में सोमवार की दोपहर खून से लथपथ एक महिला को लेकर उसका पति पहुंचा. पत्नी को सीजेएम के सामने सुला कर एफआइआर दर्ज करने का मांग करने लगा. सीजेएम ने जब घटना के संबंध मे पूछताछ की, तो पता चला जख्मी महिला को-ऑपरेटिव खटाल निवासी बेबी खातून है. उसका पति मो अनवर खान है.
पैसे के घरेलू लेन-देन के विवाद मे घर मे झगड़ा हुआ. इसके बाद बेबी खातून के देवर मो मंजूर खान व आफताब खान ने लाठी-डंडा से हमला कर बेबी का पैर जख्मी कर दिया. घटना के बाद मो अनवर अपनी पत्नी को लेकर थाना जाने के बजाय सीजेएम न्यायालय चला आया. अनवर का आरोप था कि पुलिस मामला दर्ज करने के लिए पांच हजार रुपये मांग रही है.
जबकि उसकी पत्नी ने ऐसी किसी बात से इनकार किया. उसने बताया घटना के बाद सीधे उसका पति उसे लेकर यहां आ गया. दंडाधिकारी ने महिला को अस्पताल ले जाने को कहा. दंडाधिकारी ने कहा की अस्पताल मे जाकर पुलिस महिला की प्राथमिकी दर्ज कर लेगी. इसके बाद भी मो अनवर दंडाधिकारी की बात मानने से इनकार कर गया. दंडाधिकारी से उसने कहा की उसकी पत्नी भले ही दम तोड़ दे लेकिन एफआइआर दर्ज कराये बिना वह पत्नी को लेकर न्यायालय से नहीं जायेगा.