नयी दिल्ली : एथलीट से डकैत बने पान सिंह तोमर की कहानी पर बनी फिल्म को शुक्रवार को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया. इसी फिल्म में जीवंत अभिनय के लिए इरफान खान को बेस्ट एक्टर का पुरस्कार मिला. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किये, जिसमें मराठी और मलयालम फिल्मों का दबदबा रहा.
मशहूर खलनायक व चरित्र अभिनेता प्राण को दादा साहब फाल्के सम्मान दिया गया. हाल ही में अस्पताल से घर आये प्राण (93) सेहत ठीक नहीं होने के कारण पुरस्कार लेने नहीं आ सके. इस मौके पर उनके परिवार का संदेश विज्ञान भवन में लगी बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया. भारत की पहली फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ 100 साल पहले तीन मई को ही प्रदर्शित हुई थी. पुरस्कार स्वरूप पान सिंह तोमर के निर्देशक तिगमांशु धूलिया को स्वर्ण कमल और ढाई लाख रुपये दिये गये.
इरफान के साथ अभिनेता विक्रम गोखले को मराठी फिल्म ‘अनुमति’ के लिए श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया. ऊषा जाधव को मराठी फिल्म ‘धग’ के लिए श्रेष्ठ अभिनेत्री और इसी फिल्म के निर्देशक शिवाजी पाटील को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार दिया गया. शुक्राणु दान पर आधारित हिंदी फिल्म ‘विकी डोनर’ व मलयालम फिल्म ‘उस्ताद होटल’ को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार मिला. फीचर फिल्म की 11 सदस्यीय ज्यूरी के अध्यक्ष बासु चटर्जी और गैर फीचर फिल्म ज्यूरी की अरुणा राजे थीं.
ज्यूरी के विशेष पुरस्कार
आमिर खान अभिनीत ‘तलाश’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘कहानी’ और ‘देख इंडियन सर्कस’ के अलावा बांग्ला फिल्म ‘चिद्रांगदा’ को ज्यूरी के विशेष पुरस्कार.