बोकारो/चंदनकियारीः एक तरफ सरकार सभी पेंशनधारी लाभुकों का पैसा सीधा उनके हाथ में देने की कवायद में जुटी है. वहीं चंदनकियारी की सहारजोरी पंचायत की एक 70 साल की वृद्धा की मौत भूख से हो जाती है. ऐसा आरोप पंचायत के मुखिया प्रेम चंद रजवार लगा रहे हैं. श्री रजवार कहते हैं कि वृद्धा पंची देवी की मौत कई दिनों तक भूखे रहने से हुई. दुनिया में उनका सहारा बेटा तुलसी रजवार ही था, जो कि रोजी–रोटी के चक्कर में अपनी पत्नी और बेटे का साथ दूसरे राज्यों की खाक छानता रहा है.
मां की मौत की खबर सुनने के बाद वह पश्चिम बंगाल के काशीपुर से लौट आया है. पंची देवी के साथ तुलसी रजवार की बेटी रहती है, जो कि मानसिक रूप से बीमार है. पंचायत के मुखिया, जो कि मृतका के नजदीकी रिश्तेदार भी हैं, कहते हैं कि करीब सात महीने से पंची देवी और उस पंचायत के करीब 10 और वृद्धों को वृद्धा पेंशन नहीं मिल पा रहा है. इन सभी का गुजारा वृद्धा पेंशन से ही होता है. पंची देवी के पास कई दिनों से फूटी कौड़ी नहीं थी. आखिरकार भूख से पंची देवी की मौत हो जाती है.
पंचायत के वृद्धा जिनकी हालत है खराब : चंदनकियारी की सहारजोरी पंचायत में ऐसे दस से ज्यादा वृद्ध हैं जिनकी हालत काफी खराब है. इन्हें सात महीने से पेंशन नहीं मिल रहा है. पंची देवी के अलावा बैशाकी देवी, अमूल्य बावरी, ओपन दास, समरू रजवार आदि वृद्ध हैं जिन्हें पेंशन नहीं मिल पा रहा है. देर होने की वजह से और लोगों की लिस्ट नहीं मिल पायी ऐसे और भी कई वृद्ध है, जिन्हें पहले पेंशन मिला करता था पर अभी नहीं मिल पा रहा है.