बोकारो : सिटी सेंटर स्थित सिंडिकेट बैंक से एक अज्ञात व्यक्ति ने जालसाजी कर बैंक के एक ग्राहक का जाली हस्ताक्षर कर चेक जारी करवाया. इसके बाद उक्त चेक के सहारे दूसरे दिन चार लाख रुपया निकाल लिये. इसकी जानकारी खाताधारी को घटना के लगभग एक माह 25 दिनों के बाद मिली.
खाताधारी ने इसकी शिकायत बैंक प्रबंधक से की. सिंडिकेट बैंक के मुख्य प्रबंधक के प्रभाकर राव ने स्थानीय सेक्टर चार थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
इसमें बताया कि गत 10 अप्रैल को बैंक के ग्राहक दीनानाथ तिवारी चेक मांग परची गुम हो जाने की बात बता कर लिखित रूप से नये चेक बुक की मांग की. दीनानाथ ने चेक बुक लेने के लिए अपने पुत्र प्रमोद भूषण तिवारी को लिखित तौर पर अधिकृत किया. उसी दिन बैंक द्वारा चेक बुक जारी कर दिया गया.
दूसरे दिन 11 अप्रैल को दीनानाथ के खाता से नया चेक संख्या 482841 से चार लाख की निकासी कर ली गयी. भुगतान लेने वाले व्यक्ति ने चेक पर अपना हस्ताक्षर प्रमोद भूषण तिवारी का किया.
एक माह 25 दिन बाद बैंक को दी गयी जानकारी : घटना के लगभग एक माह 25 दिन बाद 05 जून को दीनानाथ तिवारी सिंडिकेट बैंक पहुंचे और बैंक प्रबंधक से शिकायत की. बैंक प्रबंधक ने चेक बुक जारी करने के अनुरोध पत्र, चेक बुक जारी करने वाले बही व चार लाख निकासी किये गये चेक पर हस्ताक्षर का मिलान किया, तो वह पूरी तरह से खाताधारी के हस्ताक्षर से मेल खाता हुआ मिला.
इसके बाद भी खाताधारी उक्त हस्ताक्षर को फरजी बताया. बैंक प्रबंधक ने मामला दर्ज कराते हुए स्थानीय पुलिस से किसी विशेषज्ञ के द्वारा हस्ताक्षर का मिलान कराने का आग्रह किया है.