गांधीनगर: कृष्णा सुदर्शन सेंट्रल स्कूल, खासमहल को बोकारो कोलियरी अस्पताल में शिफ्ट करने व 48 बेड के अस्पताल को दो बेड के डिस्पेंसरी में शिफ्ट करने के प्रबंधकीय प्रयास का मंगलवार को श्रमिक संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है.
राकोमयू, राकोमसं (ददई गुट), सीसीएल सीकेएस के प्रतिनिधियों ने अस्पताल पहुंच कर प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया. श्रमिक संगठनों ने कहा कि किसी कीमत पर अस्पताल को डिस्पेंसरी नहीं बनाने देंगे. यहां 48 बेड वाले अस्पताल में विद्यालय को शिफ्ट कर प्रबंधन उक्त अस्पताल को दो बेड वाली डिस्पेंसरी बनाने की कोशिश कर रही है. मजदूर सुविधाओं के साथ यह प्रबंधन का सौतेला व्यवहार है.
श्रमिक नेता गजेंद्र सिंह व विनय कुमार पाठक ने कहा कि 50 हजार की आबादी इससे प्रभावित होगी. मरीजों को आपातकाल स्थिति में करगली ले जाना होगा. इससे परेशानी होगी. किशोर कुमार व कुट्ट सिंह ने कहा कि प्रबंधन ने अस्पताल को डिस्पेंसरी बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. इसके खिलाफ जोरदार आंदोलन होगा.
यूसीडब्ल्यूयू के नंदू गोप ने कहा कि बोकारो कोलियरी अस्पताल के नाम पर आयी नर्स को करगली अस्पताल भेज दिया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की. यूनियन नेताओं ने एक स्वर में कहा कि प्रबंधन ने अपना निर्णय नहीं बदला तो पूरे प्रक्षेत्र का चक्का जाम किया जायेगा. प्रदर्शन में सुरेंद्र सिन्हा, नंदू गोप, नागेंद्र सिंह, विजय पासवान, रामदेव राम, संतोष कुमार, महेश प्रसाद, गौरी अग्रवाल सहित दर्जनों लोग शामिल थे.