बोकारो : ग्रामीण कार्य विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के कार्यपालक अभियंता बीडी राम पर चहेते ठेकेदार को काम देने के मामले में जांच शुरू हो गयी है. लोकायुक्त से मामले की जांच रिपोर्ट तलब किये जाने के बाद डीसी कृपा नंद झा ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है.
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कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध शिकायत की जांच शुरू
बोकारो : ग्रामीण कार्य विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के कार्यपालक अभियंता बीडी राम पर चहेते ठेकेदार को काम देने के मामले में जांच शुरू हो गयी है. लोकायुक्त से मामले की जांच रिपोर्ट तलब किये जाने के बाद डीसी कृपा नंद झा ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है. इसमें डीआरडीए के निदेशक सादात अनवर, […]
इसमें डीआरडीए के निदेशक सादात अनवर, ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता व मनरेगा के लेखा पदाधिकारी पंकज दुबे शामिल हैं. कमेटी ने मामले में संबंधित कागजात एकत्र कर लिया है.
क्या है मामला : मार्च 2019 में कार्यपालक अभियंता पर चहेते ठेकेदार को काम देने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की गयी. इसके बाद 26 अप्रैल 2019 को लोकायुक्त कार्यालय अवर सचिव ने बोकारो डीसी से प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन के लिए पत्राचार किया.
इसमें 20 जून से पहले रिपोर्ट जमा करने की बात कही गयी थी. डीसी ने इस मामले में संबंधित विभाग से मामले की जानकारी मांगी थी. 27 जून 2019 को विधि शाखा प्रभारी पदाधिकारी प्रभाष दत्ता ने ग्रामीण विकास विभाग से जवाब मांगा था. एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन सौंपने की बात कही गयी थी.
20 संवेदकों ने की थी शिकायत
ग्रामीण कार्य विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के कार्यपालक अभियंता बीडी राम के विरुद्ध जिला के 20 संवेदकों ने नाम व मोबाइल नंबर के साथ की थी. शिकायत में कहा गया था कि बीडी राम निविदा आवंटन में नियम व शर्तों को ताक पर रखकर मनमानी करते हैं.
पीडब्ल्यूडी कोड के विरुद्ध तृतीय श्रेणी का काम द्वितीय श्रेणी के संवेदक को देते है. इसके एवज में वह अतिरिक्त पैसा लेते हैं, साथ ही निविदा प्रमाण पत्र के साथ ही शपथ पत्र व बैंक प्रमाण पत्र लेते है, जो नियम के विरुद्ध है.
20 संवेदकों ने की थी शिकायत
ग्रामीण कार्य विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के कार्यपालक अभियंता बीडी राम के विरुद्ध जिला के 20 संवेदकों ने नाम व मोबाइल नंबर के साथ की थी. शिकायत में कहा गया था कि बीडी राम निविदा आवंटन में नियम व शर्तों को ताक पर रखकर मनमानी करते हैं.
पीडब्ल्यूडी कोड के विरुद्ध तृतीय श्रेणी का काम द्वितीय श्रेणी के संवेदक को देते है. इसके एवज में वह अतिरिक्त पैसा लेते हैं, साथ ही निविदा प्रमाण पत्र के साथ ही शपथ पत्र व बैंक प्रमाण पत्र लेते है, जो नियम के विरुद्ध है.
आरइओ के कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध लोकायुक्त में शिकायत की गयी थी. मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. कमेटी जांच पूरी होने पर उपायुक्त को रिपोर्ट सौंपेगी.
सादात अनवर, निदेशक, डीआरडीए, बोकारो
प्रभात खबर ने प्रकाशित की थी खबर
प्रभात खबर ने इस मामले में जांच में विलंब होने की खबर 11 जुलाई 2019 को पेज संख्या 03 पर प्रमुखता से प्रकाशित की थी. उपायुक्त कृपा नंद झा ने इस मामले शीघ्र जांच करने का निर्देश जारी किया है. उसके बाद मामले की जांच शुरू हुई है.
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