झरना बाबा ने झरना में आयोजित किया वनभोज
भौंरा : श्रीश्री 1008 रामदास जी महाराज उर्फ झरना बाबा आश्रम ने सोमवार को झरना में वनभोज का आयोजन किया. रामदास जी महाराज शिशु विद्या मंदिर के बच्चों समेत सैकड़ों महिला-पुरुषों ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद उठाया. प्रसाद के रूप में खिचड़ी व खीर भक्तों में परोसी गयी. अपने संदेश में झरना बाबा ने कहा कि आज वनभोज के नाम पर मांस, मदिरा आदि फैशन बन गया है. यह हिंदू धर्म के विरुद्ध है. वनभोज का मतलब यदि किसी के साथ कोई गिला-शिकवा है, तो हम साल भर पर एक जगह एकत्रित होकर उसे दूर करते हैं.
नयी सुबह व नये दिन की शुरुआत करते हैं. वनभोज आपस में भाईचारा, प्रेम कायम करने का जरिया है. उन्होंने भक्त जनों से कहा कि शपथ लें कि सभी अपने घर के समक्ष एक एक पौधा अवश्य लगायेंगे, तभी बढ़ते प्रदूषण से बचा जा सकता है. आज प्रदूषण के कारण कई तरह की बीमारियां जन्म ले रही हैं. मौसम भी करवट बदल रहा है. इस कारण बच्चे व बड़े बीमार पड़ रहे हैं. इसका मुख्य कारण अपनी सुख-सुविधा के लिए अंधाधुंध पेड़ों व पहाड़ों की कटाई कर बंगला, फ्लैट, बिल्डिंग बना रहे हैं. इसका खमियाजा आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा. हमें इससे बचाने के लिए जागरूक होना होगा.
मौके पर बाबा प्रवीण, बाबा बद्रीनारायण पांडा, सोमेन चटर्जी, जादू ओझा, डॉ रवींद्र कुमार सिंह, मंतोष बनर्जी, कांति महत्ता, पंकज धामिन, गोना मिश्रा, रथु कालिंदी, प्रभात रंजन, निताई, त्रिवेणी धामिन, तपन बनर्जी आदि मौजूद थे.