बैठक में असंगठित मजदूरों के नेता संतोष कुमार आस ने कहा कि प्रबंधन ने एक साल पहले कथारा एवं स्वांग वाशरी में 20 वर्षों से स्थायी रूप से कार्यरत 160 प्लांट क्लीनिंग मजदूरों व 116 प्राइवेट सुरक्षा गार्डों को काम से हटा दिया. उक्त मजदूरों का पांच का वेतन बकाया है. पीएफ का भी भुगतान नहीं किया गया है. मजदूरों की मांगों को लेकर कई बार आंदोलन भी किया गया.
इधर, 15 नवंबर 2017 को पुन: टेंडर खत्म होने का बहाना बनाकर कथारा कोलियरी, कथारा वाशरी एवं जारंगडीह कोलियरी के 100 प्राइवेट गार्डों को काम से बैठा दिया गया. उन्होंने कहा कि गार्डों को हटाने से स्वांग कोलियरी व वाशरी में चोरी की घटनाएं बढ़ गयी है. उत्पादन पर भी असर पड़ा है. 27 नवंबर को प्रदर्शन कर प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा जायेगा. मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करने पर कथारा एरिया का चक्का जाम किया जायेगा. बैठक की अध्यक्षता यमुना यादव ने की. संचालन मुर्शीद आलम ने किया. मौके पर बानेश्वर प्रजापति, खुर्शीद आलम, विनोद यादव, हजरत अंसारी, तारा सिंह, सुरेंद्र सिंह, दिलीप यादव, कौसर अंसारी, चंद्रदेव मरांडी, कैलाश साव, तुलसी महतो, छत्रधारी यादव, अतुल यादव आदि उपस्थित थे.