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आपका एटीएम है दुर्घटना बीमा

बोकारो: एटीएम का मतलब ऑटोमैटिक टेलरिंग मशीन होता है. प्लास्टिक मनी के रूप में एटीएम का इस्तेमाल बहुआयामी हो गया है़ नोटबंदी के बाद व कैशलेस इंडिया बनाने के क्रम में एटीएम का इस्तेमाल ज्यादा व्यापक हो गया है़ छोटे से छोटे काम के लिए एटीएम का इस्तेमाल हो रहा है़ क्या आपको मालूम है […]

बोकारो: एटीएम का मतलब ऑटोमैटिक टेलरिंग मशीन होता है. प्लास्टिक मनी के रूप में एटीएम का इस्तेमाल बहुआयामी हो गया है़ नोटबंदी के बाद व कैशलेस इंडिया बनाने के क्रम में एटीएम का इस्तेमाल ज्यादा व्यापक हो गया है़ छोटे से छोटे काम के लिए एटीएम का इस्तेमाल हो रहा है़ क्या आपको मालूम है एटीएम न सिर्फ सुख का दोस्त है, बल्कि दुख का भी साथी है. एटीएम ग्राहकों को एक से पांच लाख तक का दुर्घटना बीमा देता है़ बोकारो में विभिन्न बैंक के 199 शाखाओं में 15 लाख 70 हजार से अधिक एटीएम ग्राहक हैं.
नहीं लगता है कोई अतिरिक्त प्रीमियम : एटीएम कार्ड के जरिये दुर्घटना बीमा का लाभ लेने के लिए किसी प्रकार का अतिरिक्त प्रीमियम नहीं लगता है. स्कीम के मुताबिक नि:शक्तता से लेकर मृत्यु तक के लिए अलग-अलग मुआवजा राशि का प्रावधान है. एटीएम कार्ड के प्रकार के अनुसार मुआवजा की राशि दी जाती है. जैसे साधारण कार्ड के लिए अधिकतम एक लाख रुपया, मास्टर कार्ड धारक को दो लाख रुपया, वीजा एटीएम कार्ड व प्लेटिनम कार्ड धारक को दो लाख रुपया तक बीमा राशि मिलती है. मास्टर प्लैटिनम एटीएम कार्ड धारक को पांच लाख रुपया तक का बीमा लाभ मिलता है.
45 दिन पहले तक हो ट्रांजेक्शन
एटीएम कार्ड से बीमा का लाभ लेने के लिए एटीएम का नियमित संचालन जरूरी है. ब्लॉक हुए कार्ड के जरिये बीमा का लाभ नहीं मिल सकता है. बीमा राशि के भुगतान के लिए एटीएम का इस्तेमाल कम से कम 45 दिन पहले तक होना चाहिए. इससे अधिक दिन के गैप में लाभ लेने से ग्राहक वंचित हो जायेंगे. राशि अकाउंट होल्डर्स के नॉमिनी को मिलता है. इसके लिए मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ क्लेम करना होता है. नि:शक्त इंसान स्वयं भी क्लेम का दावा पेश कर सकता है.
हर कार्ड के लिए अलग-अलग बीमा राशि दी जाती है. ग्राहकों को इस संबंध में जानकारी दी जाती है. एटीएम सिर्फ सुख का ही नहीं, बल्कि दु:ख का भी साथी है. ग्राहकों को भी जागरूक होना चाहिए.
रंजीता शरण सिंह, आरएम- आरबीओ, बोकारो – एसबीआइ
एटीएम कार्ड के साथ ग्राहकों को परची दी जाती है. यदि ग्राहक परची पढ़े तो किसी प्रकार की शंका नहीं रहेगी. बीमा का लाभ लेने के लिए किसी प्रकार का अतिरिक्त प्रीमियम नहीं जमा करना पड़ता है़
उमेश प्रसाद, प्रबंधक- झारखंड ग्रामीण बैंक, चास शाखा.
एनपीए का असर बीमा लाभ पर भी
बैंक के लिए एनपीए समस्या है. एनपीए का असर एटीएम कार्ड में मिलने वाली बीमा सेवा पर भी हुआ है. कुछ बैंक ने एटीएम में मिलने वाली बीमा सुविधा देने से हाथ खींच लिया है. इलाहाबाद बैंक ने 2015 के मध्य में सेवा स्थगित कर दी है. इलाहाबाद बैंक नया मोड़ के मुख्य प्रबंधक विजेंद्र राय ने बताया : कॉस्ट कटिंग के लिए यह उठाया गया कदम है.

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