कसमार: कसमार प्रखंड के मुख्य मार्ग बहादुरपुर-पिरगुल के चौड़ीकरण के दौरान जामकुदर गांव में सड़क की ऊंचाई बढ़ने से स्थानीय ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गयी है. बरसात में गांव के कई घर जलमग्न हो गये हैं. बरसात का पानी घरों में घुसने के कारण लोग दिन भर पानी को घरों से बाहर करने में जुटे रहते हैं.
कच्चे मकान वाले ग्रामीणों का अधिक परेशानी हो रही है. घर के अंदर कीचड़ हो जा रहा है. कई ग्रामीणों का एक या दो कमरे का छोटा सा कच्चा मकान है. उसमें बरसात का पानी घुसने से घरवालों को रहने, खाना बनाने से लेकर सोने तक की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
ग्रामीणों के अनुसार सड़क काफी ऊंची कर दी गयी है तथा बरसात के दौरान सड़क पर बहने वाले पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. नाली का निर्माण सड़क किनारे होना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. अगर इसका समाधान नहीं किया गया तो लोग सड़क पर उतरने को विवश हो जायेंगे.
क्या कहते हैं ग्रामीण
सड़क निर्माण के साथ साथ नाली निर्माण होना चाहिए था, लेकिन ग्रामीणों की परेशानी की अनदेखी कर सड़क निर्माण किया गया है.
भीम दत्ता
हम गरीबों का तो रहना मुश्किल हो गया है घर में. घर में कीचड़ हो गया है. कहां रहेंगे, कहां खाना बनाये समझ में नहीं आ रहा है.
पुतुल देवी
सड़क निर्माण के दौरान ही नाली निर्माण की मांग की गयी थी. जल निकासी की व्यवस्था होती तो ग्रामीणों का परेशानी नहीं होती है.
अर्जुन पाल
बरसात का पानी घर में घुसने के कारण घर में रहना मुश्किल हो गया है. अगर समाधान नहीं हुआ तो पूरा बरसात परेशानी उठानी पड़ेगी.
पूनम देवी
सड़क किनारे बसे जामकुदर के अधिकतर ग्रामीणों को समस्या हो रही है. इस पर जल्द ध्यान देने की जरूरत है.
कृष्णा दत्ता