बिना शादी के दूल्हा-दुल्हन अपने-अपने घर वापस लौटे
चाईबासा : शहर के रवींद्र भवन में शनिवार को आयोजित एक विवाह समारोह में दो लाख रुपये दहेज मांगने को लेकर शुरू हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया. इस बीच जब दूल्हे ने मंडप से उठ कर दुल्हन के भाई व बड़े पिता को थप्पड़ मार दिया. यह देख दुल्हन ने न सिर्फ मंडप छोड़ दिया, बल्कि हिम्मत दिखाते हुए उस लड़के से शादी करने से ही इनकार कर दिया.
बाद में सामाजिक समझौते की कोशिश हुई, पर नाकाम रही. नतीजतन, बारात व दूल्हा को बिना शादी के लौटना पड़ा. मामले पर दूल्हा पक्ष का कहना है कि युवती पहले से ही शादी के लिए राजी नहीं थी. वहीं युवती का कहना है कि जो शादी में ऐसी हरकत कर सकता है, वह आगे कैसा व्यवहार करेगा, यह सोच कर उसने शादी से इनकार कर दिया.
ये है पूरा मामला: चाईबासा के बड़ा नीमडीह निवासी संदीप कुमार साव का विवाह देवघर जिले के मारगो मुंडा (मधुपुर) गांव निवासी ऋचा कुमारी से तय हुयी थी. रवींद्र भवन में विवाह का कार्यक्रम रखा गया.
मैरिज हाउस चाईबासा से बारात रवींद्र भवन पहुंची. उसके बाद स्वागत से लेकर सिंदूर दान के पहले तक सभी रस्में सामान्य रूप से चलीं. सिंदूर दान के समय वर पक्ष ने दहेज के रूप में दो लाख रुपये की मांग कर दी. इस पर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि दूल्हा तमतमाते हुए मंडप से उठ गया और दुल्हन के एक भाई तथा बड़े पिताजी को थप्पड़ जड़ दिये. इसके बाद दोनों पक्षों में हाथापाई होने लगी और शादी की रस्में रुक गयीं.
समाज की बैठक में शादी तोड़ने का निर्णय : रविवार को सुबह में चाईबासा में सामाजिक बैठक हुई. इसमें दोनों पक्षों ने आपसी समझौता कर लिया और साथ में यह भी तय किया कि भविष्य में एक-दूसरे पर किसी प्रकार का आरोप-प्रत्यारोप नहीं करेंगे. विवाह के आयोजन में होनेवाले खर्च, उपहार, सामान आदि वर व कन्या पक्ष दोनों ने एक-दूसरे को वापस कर दिये और एक राजीनामे पर सहमत हुए कि भविष्य में किसी प्रकार का कोई खर्च, उपहार आदि पर दावा नहीं करेंगे.
ऐसे लोगों से रिश्ता ठीक नहीं
ऐसे परिवार से शादी करना मैंने ठीक नहीं समझा. जब शादी में ही इस तरह की हरकत करते हैं तो शादी के बाद क्या होगा. मैंने खुद ऐसे परिवार से शादी करने से इनकार किया है. मैंने एमए की पढ़ाई की है. आगे और पढ़ूंगी और मां-बाप के लिए बोझ नहीं बनूंगी बल्कि अपने पैरों पर खड़े होकर माता-पिता और भाई की सेवा करूंगी.
ऋचा कुमारी, दुल्हन