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इनामी नक्सली दंपती का आत्मसमर्पण

खूंटी: एसपी अश्विनी सिन्हा की पहल पर मंगलवार को भाकपा माओवादी के दो हार्डकोर सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया. वासुदेव हजाम उर्फ वासुदेव प्रमाणिक (अड़की के गम्हरिया निवासी) व उसकी पत्नी किस्टोमनी कुमारी ने डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर के समक्ष खूंटी में आत्मसमर्पण किया. जिला पुलिस ने वासुदेव प्रमाणिक पर 50 हजार जबकि किस्टोमनी कुमारी […]

खूंटी: एसपी अश्विनी सिन्हा की पहल पर मंगलवार को भाकपा माओवादी के दो हार्डकोर सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया. वासुदेव हजाम उर्फ वासुदेव प्रमाणिक (अड़की के गम्हरिया निवासी) व उसकी पत्नी किस्टोमनी कुमारी ने डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर के समक्ष खूंटी में आत्मसमर्पण किया. जिला पुलिस ने वासुदेव प्रमाणिक पर 50 हजार जबकि किस्टोमनी कुमारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. डीआइजी ने दोनों को इनाम की राशि प्रदान की.

एसपी की पहल पर सरेंडर के लिए हुए तैयार : वासुदेव प्रामाणिक व उसकी पत्नी किस्टोमनी कुमारी माओवादी के जोनल कमांडर कुंदन पाहन दस्ते में कई वर्षों तक रहे. पुलिस लगातार दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. संगठन भी दिनोंदिन कमजोर पड़ता दिख रहा था. ऐसे में दोनों को एसपी अश्विनी सिन्हा ने विश्वास में लेकर सरेंडर कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने को कहा. इससे पूर्व भी एसपी की पहल पर कुंदन पाहन के भाई डिंबा पाहन ने इस वर्ष सात जनवरी को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. वहीं, पुलिस ने डिंबा के एक अन्य भाई श्याम पाहन को 26 फरवरी को हरियाणा से गिरफ्तार किया है. वासुदेव प्रमाणिक पर अड़की थाना में हत्या के चार मामले, जबकि किस्टोमनी के खिलाफ अड़की में हत्या का एक मामला दर्ज है.

संगठन में रहने के दौरान हुआ था प्यार, फिर की शादी

संगठन में रहने के दौरान वासुदेव प्रमाणिक को महिला उग्रवादी किस्टोमनी कुमारी से प्यार हो गया था. 2014 में दोनों शादी कर पति-पत्नी की तरह रहने लगे. उनकी एक संतान भी है.

जिला पुलिस अच्छा काम कर रही है

डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर ने पत्रकारों से कहा कि जिला पुलिस नक्सलियों एवं उग्रवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में अच्छा काम कर रही है. उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस का अभियान वृहद रूप से चल रहा है. जब तक संगठन का पूरा सफाया नहीं हो जाता है, पुलिस का अभियान जारी रहेगा. बानो की घटना के बाद पुलिस का अभियान ओर जोरों पर है.

बाइक छोड़ भाग निकला उग्रवादी बगराय चांपिया

खूंटी. पीएलएफआइ का उग्रवादी बगराय चंपिया पुलिस के चंगुल में आने से बच निकला. नौ अप्रैल को एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को सूचना मिली कि बगराय चंपिया मुरहू के हासाबेड़ा जंगल में बाइक के साथ देखा गया है. इसके बाद एसपी के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुराग राज के नेतृत्व में झारखंड जगुआर के जवानों व मुरहू पुलिस की टीम ने हासाबेड़ा जंगल की घेराबंदी की, लेकिन बगराय को पुलिस के आने की भनक लग गयी. वह बाइक छोड़ कर भाग निकलने में सफल रहा. पुलिस बगैर नंबर की हीरो होंडा पैशन बाइक बरामद कर मुरहू थाना ले आयी. बगराय चंपिया की खोज में पुलिस की संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है. मैना गोप के घर की कुर्की : एसपी के निर्देश पर कर्रा व तोरपा पुलिस ने रविवार को पीएलएफआइ के फरार उग्रवादी मैना गोप उर्फ विवेक गोप के तोरपा के टाटी स्थित घर की कुर्की जब्ती की. मैना गोप को कर्रा थाना के कांड संख्या 84/16 में फरार घोषित किया गया है. पुलिस मैना गोप के घर से कई बक्सा, दरवाजा, कुरसी, टांगी, बाल्टी सहित घरेलू उपयोग का सामान जब्त कर थाना ले आयी.

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