चाईबासा : आदिवासी हो समाज महासभा के पदाधिकारी अयोग्य हैं. नेतृत्व करने वाले ही अपने नियम अमल नहीं कर पाते तो किस आधार पर वे समाज को सुधारने की बात करते हैं. यह बात महासभा के आजीवन सदस्य सह पूर्व सांसद बागुन सुंब्रुई ने कही. उन्होंने कहा कि महासभा के अध्यक्ष मधुसुदन मारला एवं महासचिव नरेश देवगम अपने-अपने गांव में निर्धारित तिथि में माघे पर्व मनाने में असफल रहे हैं.
समाज में कई ज्वलंत समस्याएं हैं उनके निराकरण का भी कोई प्रयास नहीं हो रहा है. हो समाज के बेरोजगारों का हक मारा जा रहा है लेकिन महासभा की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. ऐसे में पदाधिकारियों को अविलंब अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए.