रांचीः स्व सुधीर महतो की पत्नी सविता महतो से राज्यसभा का टिकट वापस लिये जाने के विरोध में कुरमी संगठनों ने बुधवार को राज्य भर में चक्का जाम रखा. कई इलाकों में चक्का जाम अधिक प्रभावित रहा. राज्य भर में लंबी दूरी के वाहन नहीं चले. कई शहरों में निजी व सरकारी स्कूल बंद रहे. चक्का जाम का समर्थन कर रहे लोगों ने रांची सहित 16 जिलों की विभिन्न जगहों पर सड़क जाम की. बसों और ट्रकों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा. तमाड़ के भुइयांडीह में सड़क पर उतरे लोग और पुलिस के बीच झड़प हो गयी. राजधानी में बंद का असर कम दिखा. जनजीवन सामान्य ही रहा.
रांचीः कुरमी व आदिवासी मूलवासी संगठनों के द्वारा चक्का जाम आहूत किया गया था. रांची में चक्का जाम का मिलाजुला असर देखा गया. चक्का जाम के मद्देनजर शहर के ज्यादातर स्कूल बंद रहे. स्कूल बसें नहीं चली. ट्रक, सिटी बस तथा अन्य बड़े वाहनों का भी परिचालन नहीं हुआ. सड़कों पर इक्का-दुक्का ऑटो दिखे.हालांकि कार व दोपहिया वाहनों का परिचालन हुआ. शहर के विभिन्न सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव काफी कम था. निजी वाहनों से निकलने वाले लोग निकले. जाम करनेवाले 50 लोगों को गिरफ्तार कर जयपाल सिंह स्टेडियम स्थित कैंप जेल भेजा गया. देर शाम उन्हें रिहा दिया गया. बुधवार को चक्का जाम करने वालों ने बूटी मोड़ के पास हंगामा किया. बीच सड़क पर गाड़ियों को रोक कर आवागमन बाधित किया गया.
चौक पर पहले से पुलिस के जवान और पदाधिकारी तैनात थे. जाम करनेवालों को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन जामकर्ता मानने को तैयार नहीं थे. दिन के करीब 10.30 बजे पुलिस ने चक्का जाम करनेवाले 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद मामला शांत हुआ. गिरफ्तारी के बाद आवागमन सामान्य हुआ. हालांकि पुलिस ने बाद में सभी को रिहा कर दिया.