धनबाद. गंगा मेडिकल हॉल (रणधीर वर्मा चौक) के मालिक और जिला कांग्रेस के वरीय नेता पंकज राय (52 ) पर बुधवार की रात सवा आठ बजे के लगभग हाउसिंग कॉलोनी स्थित उनके घर के निकट जानलेवा हमला हुआ. बाइक पर सवार तीन युवकों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. पंकज के पेट-पीठ में तीन गोलियां लगी.
दो दरवाजे के गेट पर तीनों गोलियां शरीर को छेदती हुई निकल गयी. उन्हें गंभीर अवस्था में केंद्रीय हॉस्पिटल के आइसीयू में भरती कराया गया है. हमलावर भागने में सफल रहे. खबर मिलते ही डीएसपी (लॉ एंड आर्डर)अमित कुमार, डीएसपी राजाराम प्रसाद समेत अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचने के बाद सेंट्रल अस्पताल पहुंचे. हमलावरों का पता लगाया जा रहा है. घटनास्थल से पुलिस ने पांच खोखा बरामद किये हैं. जिसमें चार एक और एक गोली दूसरे हथियार से चले हैं. पुलिस का मानना है कि हथियार कंट्री मेड थे.
कार पार्किग करते वक्त चली गोलियां : पंकज राय रोज की तरह गंगा मेडिकल हॉल से स्टाफ से हिसाब कर अपनी स्वीफ्ट कार से हाउसिंग कॉलोनी स्थित आवास के लिए निकले. एचआइजी में बने अपने घर के पीछे गैराज में गाड़ी लगाने के लिए गेट खोल रहे थे कि पीछे से बाइक सवार तीन हमलावरों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी. पंकज बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगे. गोली लगने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. पत्नी ने फोन कर परिजनों को सूचना दी. एनएसयूआइ अध्यक्ष सोनू सिंह समेत अन्य लोग पंकज को लेकर सेंट्रल अस्पताल पहुंचे. पंकज होश में थे. उन्होंने गोली मारने वालों को पहचानने से इनकार किया है.
कांग्रेस नेता और दवा व्यवसायी पंकज राय पर हमले को लेकर पुलिस को कुछ सूझ नहीं रहा है. गोली लगने के कोई डेढ़ घंटे तक पंकज में होश में थे. इस दौरान वह बातचीत भी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वे हमलावरों को नहीं पहचानते हैं.
पुलिस का मानना है कि घटना का कारण जमीन कारोबार भी हो सकता है. हाल के दो-तीन वर्षो में पंकज ने जमीन के धंधे में परोक्ष रूप से अच्छी-खासी पूंजी लगायी थी. डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) अमित कुमार ने बताया कि परिजनों और कर्मचारियों से पूछताछ कर इस बात का पता लगाया जा रहा है कि घटना के पीछे क्या कारण हो सकता है. चर्चा है कि हमलावर रणधीर वर्मा चौक से ही पीछा कर रहे थे.
पुलिस सुरक्षा की पोल खुली : शहर में अपराध की रोकथाम और अपराधियों को पकड़ने के लिए टाइगर पुलिस के अलावा सिविल दस्ता की सक्रियता के दावे पुलिस के अधिकारी करते हैं. धनबाद थाना क्षेत्र में दिन में आठ बाइक पर हथियार के साथ 16 पुलिसकर्मी भ्रमणशील रहते हैं. इतने ही पुलिसकर्मी रात में भी घूमते हैं. लेकिन इसके बावजूद अपराधी गोली मारकर निकल गये. जबकि हाउसिंग कॉलोनी पॉश इलाका है. सूबे के मंत्री मो मन्नान मल्लिक का आवास है. दर्जन भर से ज्यादा डॉक्टर, दो दर्जन कारोबारी समेत कई वीआइपी लोग रहते हैं.
सबसे अच्छे संबंध
तीन दशक से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय पंकज को पार्टी के सभी नेताओं से बेहतर संबंध हैं. सामाजिक कार्यो से भी उनका लगाव है. घटना की सूचना मिलते ही राज्य के मंत्री मन्नान मल्लिक के बेटे चिक्कू मल्लिक, कांग्रेस नेता दिनेश सिंह डुगुर, मदन महतो, नवनीत नीरज, अभिजीत राज, योगेंद्र सिंह योगी, झारखंड पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह, मनोज सिंह, वशीम हाशमी, भाजपा नेता सत्येंद्र कुमार, पार्षद अशोक पाल, प्रिय रंजन समेत बड़ी संख्या में लोग सेंट्रल अस्पताल पहुंचे हुए हैं.
नेताओं का आरोप
पंकज को गोली लगी थी और उसका इलाज करने के लिए अस्पताल के चिकित्सक नहीं थे. वहां के लोग उन्हें बोकारो जेनरल अस्पताल या दुर्गापुर मिशन अस्पताल भेजने की बात कह रहे थे. वहां मौजूद कांग्रेस नेता योगेंद्र सिंह योगी, सोनू सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इलाज शुरू कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. मंत्री मन्नान मल्लिक का फोन आया तब जाकर चिकित्सकों ने अपना काम शुरू किया. अभिजीत राज ने बताया कि सेंट्रल अस्पताल में इमरजेंसी सेवा है लेकिन यहां चिकित्सक तक नहीं रहते. यहां की व्यवस्था भी ठीक नहीं है. इतना बड़ा अस्पताल है और वक्त पर कोई नहीं मिलता. पंकज राय चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तब उनके इलाज शुरू होने में डेढ़ घंटे लग गये.
कौन हैं पंकज राय
मूलत: बिहार के भागलपुर जिले के मकनपुर निवासी डॉ राजेंद्र प्रसाद राय के बड़े बेटे हैं पंकज राय. लंबे समय से कांग्रेस की राजनीति कर रहे हैं. रणधीर वर्मा चौक के निकट स्थित गंगा मेडिकल हॉल व एक्सरे सेंटर के प्रोपराइटर हैं. दुकान की देखभाल आधा दर्जन स्टाफ के जिम्मे हैं. पंकज के बाद आनंद राय, कल्याण राय व राहुल राय है. राहुल डॉक्टर है. पंकज के बेटे चेतन आनंद व बेटी अंजली आनंद भी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं. बेटा अभी रांची में पीजी कर रहा है.
24 घंटे ऑबजव्रेशन में
गोली लगने की खबर मिलते ही देर रात तक लोग केंद्रीय अस्पताल में जुटे रहे. रात 12 बजे चिकित्सकों की टीम बाहर निकली और बताया कि ऑपरेशन सफल रहा. अंदर गोली नहीं मिली. स्टिचिंग चल रही है. हालत अब खतरे से बाहर है. अगले 24 घंटे तक वेंटिलेटर पर ऑब्जर्वेशन में रखा जायेगा. पंकज की पत्नी अपने परिवार वालों के संग निचले तल्ले पर भगवान से प्रार्थना कर रही थी. हे भगवान उन्हें ठीक कर दें.