डर से घर छोड़ भागे लुकैया मांझी टोला के ग्रामीण
दारू (हजारीबाग) : इरगा पंचायत के लुकैया (भंडरवार) मांझी टोला के लोग जंगली हाथियों के उत्पात से भयभीत हैं. सोमवार की रात जंगली हाथियों ने हमला किया. इस क्रम में हाथी के एक बच्चे की मौत हो गयी. इसके बाद हाथियों का झुंड उग्र हो गया. टोला के एक-एक मिट्टी के घर को ध्वस्त कर दिया.
छोटन हांसदा, गुड्ड हांसदा, रामधनी मांझी, ढेना मांझी, मेहिलाल मांझी, बुधन मांझी के घरों को तोड़ कर घरेलू सामानों को नष्ट कर दिया. नव प्राथमिक विद्यालय भंडरवार के सात दरवाजे, आठ खिड़कियां, शौचालय व 50 किलो अनाज को नुकसान पहुंचाया.
खेतों में लगी फसलों को रौंद डाला. हाथियों का झुंड मृत हाथी के बच्चे को कई घंटों तक घेर कर रखा. सुबह सात बजे तक हाथियों का झुंड मृत हाथी के पास जमा रहा. उसके बाद धीरे-धीरे एक-एक कर सभी हाथी जंगल की ओर चले गये.
भय से गांव खाली : हाथी के बच्चे की मौत के बाद लुकैया मांझी टोला के लोग दहशत में हैं. उनका मानना है कि हाथियों का झुंड मृत बच्चे की खोज में फिर गांव आयेगा. इस डर से आदिवासियों का यह गांव खाली हो गया है. लोग कंदागढ़ा, पिपचो व सरकारी स्कूल में शरण लिये हुए हैं. पीड़ित परिवारों को ब्लॉक स्तर से 20 किलो चावल, कंबल व केरोसिन आवंटित किया गया. प्रमुख ने डीएफओ से पीड़ित परिवारों के लिए इंदिरा आवास व मुआवजा की मांग की है.
कैसे हुई हाथी के बच्चे की मौत : ग्रामीणों के अनुसार झुंड में 22 हाथी थे. सोमवार को शाम ढलते ही झुंड ने छोटन हांसदा के घर पर हमला किया. मिट्टी की दीवार को तोड़ दिया. इसी क्रम में लकड़ी का बीम हाथी के बच्चे के सिर पर गिरा. 50 गज दूर जाकर वह बेहोश हो गया. बाद में उसकी मौत हो गयी. उसकी उम्र करीब 18 माह की बतायी जाती है. ऊंचाई करीब चार फीट थी. वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कर उसे पिपचो मोरिया घाट में दफना दिया.