चितरपुर : चितरपुर प्रखंड के सुकरीगढ़ा निवासी रानी सोनार पति प्रभु सोनी के ऑपरेशन के दौरान उनके पेट मे सीरिंज छोड़े जाने के मामले पर जांच टीम गठित की गयी है. रिपोर्ट आने के बाद घटना में शामिल चिकित्सक व कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ नीलम चौधरी ने दी.
उन्होंने बताया कि यह काफी गंभीर मामला है और इसकी जांच जरूरी है. पांच सदस्यीय चिकित्सकों की टीम गठित की गयी है. यह टीम रामगढ़ में हुए ऑपरेशन व रिम्स में किये गये ऑपरेशन की जानकारी लेगी. महिला का रामगढ़ में ऑपरेशन करने के बाद रिम्स रेफर कर दिया गया. रिम्स में दोबारा ऑपरेशन करने की बात कही जा रही है.
रिम्स से ही वस्तुस्थिति की सही जानकारी मिल पायेगी. उन्होंने कहा कि अगर इस घटना में चिकित्सकों द्वारा लापरवाही बरतने का मामला सामने आता है, तो विभागीय कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि आवेदन में जो पैसे मांगने का आरोप है, इस पर भी जांच की जा रही है.
सिविल सर्जन ने लगायी फटकार
सिविल सर्जन नीलम चौधरी ने बुधवार को चिकित्सकों व कर्मियों को फटकार लगायी. उन्होंने कहा कि अगर किसी तरह की कोई घटना होती है, तो मुझे जानकारी क्यों नहीं दी गयी. उन्होंने कहा कि इस घटना की जानकारी मुझे महिला द्वारा दिये गये आवेदन के बाद हुआ. उन्होंने कहा कि मामले की जांच करायी जा रही है. जो भी दोषी होंगे, उस पर कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला : बताया जाता है कि रानी सोनार को पेट में दर्द होने के बाद उसे रामगढ़ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां 13 अप्रैल को ऑपरेशन कर डिलिवरी से एक बच्चे का जन्म हुआ. महिला को रक्तस्राव होने के बाद उसे रिम्स रेफर कर दिया गया. महिला के पेट मे दर्द शुरू हो गया. इस बीच चिकित्सक ने एक्स-रे कराने की सलाह दी.
एक्स-रे रिपोर्ट में पेट मे सीरिंज छूटने की बात कही गयी. बाद में 20 अप्रैल को रिम्स में पुनः ऑपरेशन कर सीरिंज को बाहर निकाला गया. इसके बाद पीड़िता के पति प्रभु कुमार सोनी ने डॉ अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ सिविल सर्जन व एसपी को आवेदन देकर जांच कर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने राशि मांगने का भी आरोप लगाया है.