रांची/खूंटी: खूंटी पुलिस नक्सलियों और उग्रवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. पीएलएफआइ के उग्रवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया गया है. यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि पीएलएफआइ के उग्रवादी पकड़े नहीं जाते हैं. पुलिस की एक कंपनी तभी हटेगी, जब दूसरी कंपनी के जवान वहां पर तैनात हो जायेंगे.
उक्त बातें डीआइडी प्रवीण सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि पुलिस बल की कोई कमी नहीं है. जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त फोर्स की तैनाती खूंटी में की जायेगी.डीआइजी प्रवीण सिंह सोमवार को वीरबांकी, कोरवा व सोदे समेत कई गांवों व जंगलों में गये, जहां पर उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. डीआइजी के साथ खूंटी के एसपी अनीस गुप्ता व एसडीपीओ दीपक शर्मा भी थे. इधर, उग्रवादियों के खिलाफ शुरू हुए अभियान में पुलिस ने उन इलाकों की घेराबंदी शुरू कर दी है, जहां पीएलएफआइ के उग्रवादी रुकते और छिपते हैं. अभियान में 16 कंपनी फोर्स को लगाया गया है. इसमें जिला बल के अलावा सीआरपीएफ, जैप, जेजे व कोबरा बटालियन के जवान शामिल हैं.
अभियान को लेकर बनायी रणनीति
उग्रवाद प्रभावित इलाके से लौटने के बाद शाम में डीआइजी प्रवीण सिंह ने सीआरपीएफ कैंप में अफसरों के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक बैठक में अफसरों ने अभियान को लेकर रणनीति बनायी. खुफिया विभाग से मिली सूचनाओं के आधार पर फोर्स के मूवमेंट और तैनाती पर विचार किये गये. बैठक में खूंटी के एसपी अनीस गुप्ता, सीआरपीएफ के कमांडेंट रवींद्र भगत, डिपूटी कमांडेंट अनुराग राज मौजूद थे.
एक ओपी व दो पिकेट खोलने का प्रस्ताव
डीआइजी के साथ आज हुई बैठक में उग्रवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए रनिया थाना क्षेत्र के बिंदा और गुल्लू में पुलिस पिकेट खोलने का फैसला लिया गया है. दोनों पिकेट पर सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे. इसके साथ ही कर्रा थाना क्षेत्र के लोधमा में कार्यरत पिकेट को ओपी बनाने का प्रस्ताव भी पुलिस मुख्यालय को भेजने का फैसला लिया गया है.