चैनपुर(पलामू) : इराक में पलामू के भी पांच लोग फंसे हैं. इनमें से दो लोग चैनपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर के नई मुहल्ला के रहनेवाले हैं. जो लोग इराक में फंसे हैं, उनका नाम नफीश अहमद व अशरफ खां है. नफीश अहमद ने दो दिन पहले अपने भाई को फोन किया था. कहा था कि वे लोग जीवित हैं, लेकिन संकट में है. यहां से निकलना चाह रहे हैं, पर कोई रास्ता नहीं मिल रहा है.
नफीश के भाई नैयर अहमद ने बताया कि नौ माह पहले उसका भाई नफीश काम करने के लिए इराक गया था. चूंकि यहां उस पर काफी कर्ज हो चुका था. बैंक से लोन लेकर टेंपो खरीदा था, पर धंधा नहीं चला. स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही थी. बैंक का लोन बढ़ता जा रहा था. नैयर का कहना है कि वह इराक में काम कर चुका है, इसलिए अपने भाई को सलाह दी थी कि आर्थिक बदहाली को दूर करने के लिए क्यों नहीं इराक चलते हो. वहां अच्छी खासे पैसे मिलेंगे. इस पर नफीश राजी हो गया था. नैय्यर का कहना है कि उसे क्या पता था कि वहां जाकर उसका भाई संकट में घिर जायेगा. वह खुद जाने की तैयारी कर रहा था, इसी बीच वहां की स्थिति के बारे में जानकारी मिली, भाई ने फोन किया है.
उसे डर है कि उनलोगों के पास भी विद्रोही आ जायेंगे. नैयर ने बताया कि शाहपुर के नफीश अहमद व अशरफ खां इराक में टाइटनिक ग्रुप ऑफ होटल सुलेमानिया स्टेट कुर्विस्तान में काम करते हैं. उनलोगों का वीजा व पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. इसे तब वापस लौटाने की बात की जा रही है, जब इनलोगों द्वारा 900 डॉलर का भुगतान किया जायेगा. नैयर का कहना है कि जैसा कि फोन पर जानकारी दी है, उसके मुताबिक वे लोग कैदी की भांति वहां रह रहे हैं.
जो लोग फंसे हैं
नैयर ने बताया कि उसके भाई नफीश के साथ पहाड़ी मुहल्ला के भी तीन लोग गये हैं. कुल मिला कर वे लोग पांच लोग हैं, जिसमें पहाड़ी मुहल्ला के परवेज आलम, सदाब अहमद, सहाब अहमद शामिल है. घर वाले परेशान हैं और फंसे लोगों की सलामती की दुआ मांग रहे हैं.