रांची: सीसीएल के स्वांग वाशरी में स्थायी नौकरी लेने के लिए एक से एक खेल हुए हैं. स्वांग स्लरी में नौकरी की स्थायीकरण की प्रक्रिया के दौरान वृद्धा पेंशन लेने वाली एक महिला ने पेंशन बंद करने का आवेदन बीडीओ को दी. इससे पूर्व कंपनी ने जब इस महिला का मेडिकल जांच की तो उसका उम्र 45 साल बताया. पूरा मामला सीसीएल मुख्यालय में पहुंचा है.
बेरमो अनुमंडल विस्थापित-प्रभावित संघर्ष मोरचा ने जीएम एनएइ आरएस महापात्र से मिल कर महिला और उनके बेटों का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है. मालूम हो कि वृद्धा पेंशन 60 साल के बाद मिलता है. सीसीएल के स्वांग वाशरी में 2010 में 142 लोगों को नौकरी दी गयी थी. न्यायालय के आदेश के बाद दैनिक मजदूरों को नौकरी मिली थी. इसके बाद कुछ लोगों ने शिकायत की कि जिनको नौकरी मिली है, वे असली नहीं हैं. कई लोगों की उम्र को लेकर विवाद है. इस पर कंपनी ने चाजर्शीट भी दी. सूचना के अधिकार कानून के तहत सूबेलाल रजक की पत्नी सोमराइन देवी की जानकारी प्राप्त की गयी है. जिसमें पता चला कि सोमराइन ने बीडीओ गोमिया के यहां आवेदन देकर पेंशन बंद करने का आग्रह की है. आवेदन में उसने कही है कि वह 2007 से पेंशन योजना का लाभ ले रही हूं. दिसंबर 2010 में उसकी नियुक्ति सीसीएल में होनी है. इस कारण वृद्धा पेंशन बंद करा दिया जाये.
समझौता ही गलत था: इफ्तेखार महमूद
ठेकेदार मजदूर यूनियन के महासचिव इफ्तेखार महमूद ने स्वांग वाशरी के दैनिक मजदूरों को लेकर जो समझौता हुआ था, वह गलत था. आंदोलन यूनियन ने किया था. समझौता यूसीडब्ल्यू के नेताओं के साथ हुआ. उसमें सुरेश कुमार शर्मा भी मौजूद थे. जिन्हें यूनियन से हटा दिया गया था. इस मामले में यूसीडब्ल्यू के लखन लाल महतो का कहना है कि समझौता पूरी तरह सही था. ठेकेदार मजदूर यूनियन भी एटक से संबंद्ध था. कुल लोग इसमें राजनीति कर परेशान कर रहे हैं.
सही कौन, महिला या सीसीएल डॉक्टर
इससे पूर्व सीसीएल के चिकित्सकों ने 24.09.10 को महिला की मेडिकल जांच की रिपोर्ट जारी की है. इसमें सूबेलाल रजक की पत्नी सोमराइन देवी का उम्र 45 साल बताया गया है. सूबेलाल रजक के दो बेटों की भी मेडिकल जांच नौकरी के लिए करायी गयी थी. इसमें एक बेटे बिनोद रजक की उम्र 35 साल बताया जा रहा है. सूबेलाल की पत्नी से मात्र 10 साल छोटा है. जबकि दूसरे बेटे बोधन रजक की मेडिकल जांच के अनुसार उसकी उम्र 38 साल है. बोधन बिनोद का छोटा भाई है.